केरल तट पर खतरनाक रसायनों से लदा जहाज डूबा, पर्यावरणीय संकट की आशंका

केरल तट के निकट समुद्र में शनिवार को एक बड़ा समुद्री हादसा हुआ, जब खतरनाक रसायनों और ईंधन से लदा एक वाणिज्यिक जहाज डूब गया। इस घटना ने समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर खतरा मंडरा दिया है। जहाज में मौजूद सभी 24 चालक दल के सदस्यों को भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना की त्वरित कार्रवाई से सुरक्षित बचा लिया गया है। हालाँकि, जहाज से हो रहे संभावित तेल रिसाव और रसायनों के समुद्र में फैलने की आशंका ने पर्यावरण विशेषज्ञों और प्रशासन को चिंतित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह जहाज खाड़ी देश से भारत की ओर रसायनों की एक बड़ी खेप लेकर आ रहा था, जब तकनीकी खराबी के चलते उसमें पानी भरने लगा और वह डूब गया। हादसा कोच्चि बंदरगाह से लगभग 35 किलोमीटर दूर हुआ। जहाज में पेट्रोलियम उत्पादों के अलावा कुछ औद्योगिक रसायन भी लदे थे, जो समुद्री जीवों और समुद्री जल की गुणवत्ता के लिए अत्यंत हानिकारक माने जाते हैं।
भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और तेल रिसाव की स्थिति पर ड्रोन व हेलिकॉप्टर के माध्यम से नजर रखी जा रही है। पर्यावरण मंत्रालय ने भी एक आपात प्रतिक्रिया टीम को सक्रिय कर दिया है, जो समुद्री जल का सैंपल लेकर विश्लेषण कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते रिसाव पर काबू नहीं पाया गया, तो इसका प्रभाव मछली पालन, समुद्री जीवों और तटीय समुदायों पर गंभीर हो सकता है।
सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। केरल सरकार और केंद्र सरकार मिलकर इस स्थिति से निपटने के लिए समन्वय कर रही हैं। तटीय गांवों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।