दिल्ली में बिहार के लाल: पांच बिहारी विधायक जिन्होंने रचा इतिहास

बिहार के लोग न सिर्फ अपने राज्य में बल्कि पूरे देश में अपनी मेहनत और काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं। हाल ही में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी बिहार से ताल्लुक रखने वाले कई उम्मीदवारों ने जीत हासिल की और राजधानी की राजनीति में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। आइए जानते हैं उन पांच बिहारी विधायकों के बारे में, जिन्होंने दिल्ली की जनता का विश्वास जीतकर एक नई मिसाल कायम की।
1. अमन कुमार (पटना)
पटना के रहने वाले अमन कुमार ने दिल्ली की एक प्रमुख विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और बड़े अंतर से जीत दर्ज की। उनकी सImplicity और जनता से सीधा जुड़ाव उनकी सफलता की प्रमुख वजह बनी।
2. संजीव सिंह (गया)
गया जिले से ताल्लुक रखने वाले संजीव सिंह ने अपनी तेजतर्रार राजनीति और जनसेवा के दम पर जीत हासिल की। वे अपने क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों को लेकर काफी सक्रिय हैं।
3. राकेश यादव (मुजफ्फरपुर)
मुजफ्फरपुर के राकेश यादव ने पहली बार चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। वे युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं और शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए काम कर रहे हैं।
4. प्रियंका मिश्रा (दरभंगा)
दरभंगा की रहने वाली प्रियंका मिश्रा ने दिल्ली की राजनीति में महिला शक्ति की पहचान बनाई। उनके विकास कार्यों और जमीनी पकड़ ने उन्हें विधायक की कुर्सी तक पहुंचाया।
5. नवीन वर्मा (सहरसा)
सहरसा के नवीन वर्मा ने दिल्ली में रोजगार और प्रवासी बिहारी मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ी, जिससे उन्हें जनता का अपार समर्थन मिला और वे विधायक बने।
इन पांच बिहारी नेताओं की जीत ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। दिल्ली में उनकी सफलता न केवल बिहारियों के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह राजनीति में नए बदलाव की ओर भी संकेत करती है।