अमेरिका में TikTok पर प्रतिबंध: राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के बीच बड़ा कदम

सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध पर रोक लगाने से किया इनकार
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर TikTok को उसकी चीनी मूल कंपनी ByteDance से अलग करने या अमेरिका में प्रतिबंधित करने के कानून पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। यह फैसला TikTok और उसके उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि यह प्लेटफ़ॉर्म अमेरिका की लगभग आधी आबादी द्वारा उपयोग किया जाता है।
प्रतिबंध का प्रभाव और कारण
रविवार, 19 जनवरी 2025 को, अमेरिका में TikTok पर प्रतिबंध लागू हो गया, जिसके परिणामस्वरूप यह लोकप्रिय वीडियो-शेयरिंग प्लेटफ़ॉर्म अब ऑफ़लाइन हो गया है। साथ ही, TikTok अब गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से भी हटा दिया गया है। यह कठोर कदम TikTok की चीनी मूल कंपनी ByteDance के साथ जुड़े राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण उठाया गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप की संभावित राहत
TikTok के लिए उम्मीद की एक किरण अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप से आई है। ट्रंप ने बयान दिया है कि वे TikTok को अतिरिक्त 90 दिनों का समय देने के लिए तैयार हैं, जिससे ऐप के संचालन को बचाने के लिए एक संभावित समाधान निकल सके। TikTok ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि वे राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मिलकर समाधान तलाशने और अमेरिकी बाजार में वापस आने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
TikTok का उपयोगकर्ताओं को आश्वासन
TikTok ने प्रतिबंध के बाद एक बयान जारी करते हुए अपने उपयोगकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि यह स्थिति अस्थायी है और इसके संचालन को बहाल करने के प्रयास जारी हैं। कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को उनकी सामग्री संरक्षित करने का विकल्प भी दिया है, जिसमें डेटा डाउनलोड करने के लिए TikTok की वेबसाइट पर जाने का निर्देश दिया गया है। TikTok ने कहा है कि यह प्रक्रिया पूरी होने में कई दिन लग सकते हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को अपने डेटा को सुरक्षित रखने का समय दिया गया है।
निष्कर्ष
TikTok पर यह प्रतिबंध डिजिटल गोपनीयता, राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में कठोर नीतियों पर बहस छेड़ दी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले और बाइडेन प्रशासन के कानून ने TikTok के भविष्य को लेकर चिंताओं को और बढ़ा दिया है।