शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल, निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह

29 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में तेज़ गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। सेंसेक्स 890 अंकों की गिरावट के साथ 73,200 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 260 अंक गिरकर 22,210 पर बंद हुआ। यह गिरावट वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता, अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि और चीन की आर्थिक सुस्ती के कारण आई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) लगातार भारतीय बाजार से पूंजी निकाल रहे हैं, जिससे बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। इसके अलावा, घरेलू महंगाई के आंकड़ों में उम्मीद से ज्यादा वृद्धि ने भी निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।
बैंकिंग, आईटी, और फार्मा सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। हालांकि कुछ ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में तेजी रही, लेकिन वह समग्र गिरावट को रोक नहीं सकी। निवेश सलाहकारों का कहना है कि छोटे और मिड-कैप निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहना चाहिए और केवल दीर्घकालिक निवेश पर ध्यान देना चाहिए।
सरकार ने बाजार की स्थिति पर नज़र रखने के लिए एक समीक्षा बैठक बुलाई है। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस