संजय सिंह ने PM मोदी को पत्र लिख ,बुलडोजर एक्शन पर रोक लगाने की मांग की

राजधानी दिल्ली में बीजेपी की 27 साल की वापसी एक नया विकास और बदलाव लेकर आई है। जिसके बाद लोगों का साफ तौर पर कहना है कि अब दिल्ली में बदलाव बी काफी देखने को मिलेगा। वहीं अगर बात करें राजधानी में की तो पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। जिसको लेकर हाल ही में दिल्ली की सबसे अहम समस्या को लेकर आप सांसद संजय सिंह ने पीएम के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होने दिल्ली में लगातार चल रहे बुलडोजर एक्शन पर रोक लगाने की बात कही गई है।
आपको बता दें कि दिल्ली में हाल ही में रेखा सरकार ने अपने 100 दिन पूरे किए है। इस दौरान अलग अलग कार्यक्रम किेए गए। और इन दिनों में जो भी कार्य किया है उन सभी का जिक्र भी किया। वहीं अब राजधानी दिल्ली में बीजेपी सरकार द्वारा झुग्गियों को तोड़े जाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मुहिम छ़ेड़ दी है।
जिस कड़ी में आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज वजीरपुर का दौरे पर रहे जहां उन्होने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की वजह से बेधर हुए लोगों से मुलाकात की। और मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने बीजेपी को बेरहम दिल करार दिया। इसके साथ ही आप का कहना था कि इसका बदला बिहार के लोग विधानसभा चुनाव में लेंगे।
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ मामले में एक नया खुलासा
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल जीत का जश्न जिस तरह मातम मे बदल गया उसकी घटना से आज भी लोगों की रुह कांप जाती है। तमात लोगों की मौत के बद भी जश्न में कोई कमी नहीं आी जोकि यह जश्न यह दर्शाता है कि आज मानवता पूरी तरह से शर्मसार दो गई है। वही दाल ही में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ मामले में एक नया खुलासा हुआ है। जिसमें 11 लोगों की मौत से कुछ घंटे पहले ही एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सुरक्षा कर्मियों की कमी और संभावित भीड़ नियंत्रण मुद्दों पर चिंता जताई थी और कर्नाटक सरकार को एक चिट्ठी लिखी थी।
जानिए क्या चिट्ठी में लिखा गया
आपको बता दें कि इस घटना में मारे गए निर्देशों पर आज भी लोगों के मन में और आंखों के सामने वह मंजर सामने आजा है जब किय तरह से एक जश्न मातम में बदल गया। हाल में ही में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एक चिट्ठी के जरिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए चिट्ठी के हवाले से बताया गया कि विधानमंडल की सुरक्षा की देखरेख करने वाले एमएन करिबासवना गौड़ा ने कार्यक्रम की राज्य सरकार को लिखित चेतावनी जारी की थी। जिसमें कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग की सचिव जी सत्यवती को संबोधित कर बताया गया कि इस चिट्ठी में गौड़ा ने भारी भीड़ और अपर्याप्त पुलिस तैनाती के कारण विधान सौध में सम्मान समारोह आयोजित करने के खिलाफ चेतावनी दी।