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उन्नाव सड़क हादसा, 18 मौत, बस का 02 साल में 81 बार चालान, सरपट दौड़ रही 58 बसों का गलत पते पर पंजीकरण

केवल महोबा जनपद में सरपट दौड़ रही 58 बसों का गलत पते पर पंजीकरण

अपडेट …….उन्नाव सड़क हादसे में 18 लोगों के मौत का मामला ………

लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर हुए इस सड़क हादसे ने जहाँ लोगों को झकझोर कर रख दिया वहीँ परिवहन विभाग की कारगुजारी भी जग-जाहिर हो गयी. दूध कंटेनर को चीरते हुए घुस गयी जिसमें 18 लोगों की मौके पर मौत हो गयी और करीब 30 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए . मौत का तांडव देख आस-पास के लोग सहम गए चीख पुकार से वहां लोगों में दहशत का माहौल हो गया सूचना पाकर आला अधिकारी मौके पर घटना स्थल को रवाना हो गए तो पुलिस टीम रेस्क्यू में जुट गयी. फिलहाल पूरे घटनाक्रम कि जाँच में परत दर परत जो जानकारी मिली है वह काफी चौकाने वाली है. बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली के रवाना हुई इस बस संख्या यू पी 95 टी 4729 जिसका फिटनेस, इश्योरेंस ,परमिट भी नहीं था और प्रतिदिन  बिहार सीतामढी से दिल्ली के बीच बिना किसी रोकथाम जाँच के बिना सरपट दौड़ लगाती थी ये डबल डेकर बस. जबकि दिल्ली से सीतामढ़ी बिहार के बीच कुल 16 आरटीओ कार्यालय क्षेत्र से गुजरती थी ये बस लेकिन किसी परिवहन अधिकारी कि नजर इस बस पर नहीं पड़ी . अगर कभी पड़ी तो सिर्फ चालान ही किया गया.

बता दें कि बस की फिटनेस 01 जनवरी 2021  को खत्म हो चुकी थी . डबल डेकर बस का टैक्स भी 30 नवम्बर 2023 तक ही जमा था इंश्योरेंस भी विगत फरवरी में ही खत्म हो चुका था. और विगत 02 साल में 81 बार चालान हुआ फिर भी यह डबल डेकर बस सरपट बिहार सीतामढ़ी मोतिहारी से दिल्ली तक प्रतिदिन दौड़ लगाती थी .

अगर जाँच की बात की जाये तो बस का मालिक राजस्थान का मूलनिवासी बताया गया है अकेले महोबा जनपद में कुल 58 बसों का गलत पता पर पंजीकरण पाया गया है जिस पर विभागीय कार्यवाही अब चालू हो पाई है .

अब इसे विभागीय उदासीनता कहा जाये या कुछ और..?  फिलहाल इस घटना को लेकर शासन- प्रशासन ने गंभीरता से कार्यवाही को अमलीजामा पहनाने में जुटी है इस घटना से परिवहन विभाग को समूचे प्रदेश में बड़ी व भारी वाहनों को लेकर जाँच करने के निर्देश का सख्ती से पालन करने को कहा गया है

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