बिहार

नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड में आठ साल पुराना पुल पानी के तेज बहाव के कारण धरासायी हो गया।

बिहार डेस्क – मिथुन कुमार

पूरे सूबे में पिछले कुछ समय से पुलों के टूटने और पानी के तेज बहाव में धरासायी होने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में रविवार को नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड में आठ साल पुराना पुल पानी के तेज बहाव के कारण धरासायी हो गया। एनएच-20 के खरांट मोड़ से नवादा जिले के वारिसलीगंज जाने वाली सड़क से महतपुरा गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर यह पुल बना हुआ था। इस पुल के टूटने से महतपुरा गांव का मुख्य सड़क से संपर्क पूरी तरह से कट गया है। पुरैनी पंचायत के प्रतिनिधि कौशल यादव ने बताया कि वर्ष 2016 में सड़क बनाने के दौरान आहर पर पुल का निर्माण किया गया था।रविवार की अहले सुबह से हो रही तेज बारिश के कारण बढ़े जलस्तर ने पुल को कमजोर कर दिया था। इससे रविवार को यह पुल तेज बहाव के दबाव का सहन नहीं कर सका और धरासाई हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के ढहने से पहले ही उसके कमजोर होने के संकेत मिल रहे थे। लेकिन, समय पर मरम्मत का काम नहीं हो सका। गिरियक में पुल ढहने से स्थानीय ग्रामीणों के लिए भारी समस्या उत्पन्न हो गई है, क्योंकि यह पुल गांव को आस-पास के अन्य क्षेत्रों से जोड़ने का एकमात्र माध्यम था। यह पुल ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण कड़ी थी, जो अब टूट जाने से आस-पास के गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। इस घटना से ग्रामीणों में भारी चिंता व्याप्त है।

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