राजद नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ फिर से गठबंधन की अटकलों को खारिज करते हुए दावा किया कि ‘थके हुए’ जदयू अध्यक्ष का समय समाप्त हो गया है।
जनवरी में श्री यादव को उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था, जब श्री कुमार अचानक भाजपा नीत एनडीए में वापस आ गये थे।
बांका जिले में पत्रकारों से बात करते हुए राजद नेता ने उन्हें चुनौती दी कि वह केंद्र में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर जाति जनगणना कराने के अलावा राज्य के लिए विशेष दर्जा और हाल में आई बाढ़ से तबाह हुए क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज दिलाने का काम करें।
वर्तमान में विपक्ष के नेता यादव से जब पूछा गया कि यदि जदयू सुप्रीमो की ओर से प्रस्ताव आया तो क्या वह फिर से गठबंधन के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने कहा, “(नीतीश कुमार के साथ हाथ मिलाने का) सवाल ही नहीं उठता। उनका समय पूरा हो चुका है। वह थक चुके हैं और अब बिहार पर शासन करने में सक्षम नहीं हैं।”
उल्लेखनीय है कि श्री यादव की पार्टी, जिसके अध्यक्ष उनके पिता लालू प्रसाद हैं, ने जेडी(यू) के साथ दो बार साझेदारी की है, जो दोनों ही अल्पकालिक रही। दोनों दलों ने पहली बार 2015 में गठबंधन किया था, जब गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की थी, हालांकि दो साल बाद कुमार एनडीए में वापस चले गए।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा, जिसके पास अब लोकसभा में बहुमत नहीं है, सत्ता में बने रहने के लिए जदयू पर निर्भर है।
श्री यादव ने आरोप लगाया, “फिर भी, नीतीश कुमार विशेष श्रेणी का दर्जा दिलाने में विफल रहे। वह जाति जनगणना के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पर दबाव नहीं बना पाए हैं। हाल ही में, जब बाढ़ आई, तो कोई भी शीर्ष केंद्रीय नेता नहीं आया और न ही किसी विशेष सहायता की घोषणा की गई।”