डीएसओ कार्यालय में 17 वर्षों से तैनात बाबू नवीन चौधरी बने सिरदर्द
अंगद की तरह पैर जमाये बाबू नवीन चौधरी क्या बन गए विभागीय कमाऊ पूत...?
दिलीप कुमार/बस्ती : प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश के अभियान में जरुर जुटी है लेकिन दूसरी तरफ जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में लगातर 17 वर्षों से शासनादेश के खिलाफ तैनात लिपिक नवीन कुमार चौधरी प्रदेश सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार की एक मिशाल बने हुए हैं। स्थानांतरण नीति के अनुसार कोई भी अधिकारी/कर्मचारी एक ही कार्यालय / एक ही स्थान पर लगातार 03 वर्षों तक ही तैनात रह सकता है । लगातार 03 वर्षों के तैनाती के बाद आज भी अंगद जैसे पाँव जमाये बैठे हैं लगातार 17 वर्षों से तैनात लिपिक नवीन कुमार चौधरी डबल इंजन की सरकार को खुल्लमं खुल्ला चुनौती दे रहा है
सूत्रों की माने तो लिपिक नवीन कुमार चौधरी पुराने राशन कार्डों में से यूनिट को बिना कारण बताए निरस्त कर देता है और फिर निरस्त यूनिटों को जोड़ने के नाम पर / नया राशन कार्ड बनाने के नाम पर भी पीडितों से मनचाहा सुविधा शुल्क लेता है । किसी पीड़ित राशन कार्ड धारकों द्वारा लिपिक के खिलाफ शिकायत करने पर जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा उल्टा – सीधा रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा – दफा कर दिया जाता है । कुछ पीड़ित राशन कार्डों ने कहा कि यदि लिपिक / बाबू नवीन कुमार चौधरी का स्थानांतरण जल्द किसी अन्य कार्यालय में नही किया गया तो लिपिक के स्थानांतरण को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देंगें जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी । उक्त प्रकरण में जिलाधिकारी रवीश गुप्ता से फोन के माध्यम से जानकारी लेना चाहा गया तो जिलाधिकारी ने फोन रिसीव नहीं हुआ ।