गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में शनिवार शाम भीषण आग लग गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि धुआं 3 किलोमीटर की दूरी से दिखाई दे रहा था. इस हादसे में 20 लोगों की मौत होने की खबर है. आग लगने के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि एक ढांचा ढह जाने के कारण उन्हें बचाव के काम में दिक्कत हो रही है. एएनआई ने दमकल अधिकारी आईवी खेर के हवाले से बताया कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चला है. आग बुझाने के प्रयास जारी हैं. हमें लापता लोगों के बारे में कोई संदेश नहीं मिला है. हमें आग बुझाने के अभियान में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अस्थायी संरचना ढह गया है और हवा का वेग तेज है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक गेम जोन से 15 से 20 बच्चों को बचाया गया है.
गर्मी के मौसम में जहां कई शहरों में आग लगने की घटनाएं देखने को मिल रही हैं, वहीं आज राजकोट में कलावड रोड पर टीआरपी गेमजोन में आग लगने की घटना सामने आई. जिसमें सयाजी होटल के पीछे टीआरपी गेमजोन में हुए हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे मरने वालों की संख्या अभी भी बढ़ सकती है. शव इस हद तक जल चुका है कि परिजन अपनों को पहचान भी नहीं पा रहे हैं. इसलिए उनके डीएनए के बारे में जो जानकारी की जा सकती है, वह हासिल की जा रही है. फिलहाल 13 से ज्यादा लोगों के शव राजकोट सिविल अस्पताल लाए जा चुके हैं. अभी भी ये संख्या बढ़ सकती है. बताया जा रहा है कि घटना स्थल के साथ-साथ अस्पताल में भी दुखद दृश्य देखने को मिल रहा है. इस घटना में बच्चे भी शामिल हैं
इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने नगर निगम और प्रशासन को आग लगने की घटना में तत्काल बचाव और राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं. पूरी गेमिंग सुविधा के आग की चपेट में आने के बाद बच्चों सहित कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. आग पर काबू पाने और बचाव अभियान शुरू करने के लिए फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं. आग पर काबू पाने और फंसे हुए लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं. आग लगने का कारण फिलहाल पता नहीं चला है. राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कहा कि कई लोगों के अंदर फंसे होने की आशंका है और आग बुझने के बाद साफ पता लगाया जा सकेगा