अरुणाचल प्रदेश में भारी भूस्खलन के कारण, चीन सीमा से लगने वाले क्षेत्र से संपर्क टुटा।
राष्ट्रीय राजमार्ग-33 का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन के कारण प्रभावित हो गया है। हालांकि, सड़क के प्रभावित हिस्से की मरम्मत कार्य आरंभ किया गया है। लेकिन इलाके में हो रही तेज बारिश की वजह से मरम्मत करने में दिक्कत हो रही है।
भारी भूस्खलन की खबर अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों में आ रही है। इसका कारण यह है कि यह इलाका चीन से सीमा पर स्थित है और इसमें दिबांग घाटी के क्षेत्र भी शामिल हैं। एक अधिकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से संबंधित इलाके में भारी वर्षा हो रही है, जिसके कारण कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग और राजमार्ग के क्षतिग्रस्त हिस्सों की मरम्मत कार्य को आरंभ करने का निर्णय एनएचआईडीसीएल ने लिया है मगर निरंतर बारिश के कारण मरम्मत कार्यों में काफी समस्याएं आ रही हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग NH-33 का महत्व उन्हीं स्थानीय लोगों के साथ-साथ सेना के लिए भी है, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। भूस्खलन के भारी प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने इस इलाके में आने वाले लोगों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। अनुमानित रूप से, इस स्थिति को सामान्य होने में कम से कम तीन दिन का समय लगेगा।