भले ही बिहार में विधानसभा चुनाव को 1 साल बच्चे हैं लेकिन नालंदा जिले में अभी से ही विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर हो सी मच गई है।
रिपोर्टर, मिथुन कुमार
डेस्क।बिहार
भले ही बिहार में विधानसभा चुनाव को 1 साल बच्चे हैं लेकिन नालंदा जिले में अभी से ही विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर हो सी मच गई है। चुनाव को लेकर जदयू में अभी से ही खींचतान होना शुरू भी हो गया है। इसी का जीता जागता उदाहरण मेयर प्रतिनिधि सह जदयू नेता मनोज तांती हैं जिनके ऊपर विधानसभा चुनाव लड़ने का अभी सही कुमार कितना चढ़ गया है कि विधानसभा चुनाव से 1 साल पूर्व अपने आप को एनडीए का भावी प्रत्याशी घोषित कर लिया है। इतना ही नहीं जदयू नेता मनोज तांती के द्वारा लगातार बिहार शरीफ विधानसभा में प्रचार प्रसार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लगातार मनोज तांती के द्वारा बिहार शरीफ विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी से जुड़े पर्चा का वितरण किया जा रहा है। इस पर्चे में सिर्फ पार्टी का निशान एवं भावी उम्मीदवार का नाम है बाकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं का कोई नामों निशान नहीं है। इस संबंध में पार्टी के प्रवक्ता धनंजय देव ने बताया कि पार्टी के किसी भी नेता को यह हक नहीं कि वह खुद को एनडीए का प्रत्याशी घोषित करें। हमारे यहां फिलहाल कोई भावी प्रत्याशी नहीं है। हमारे यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय नेतृत्व उम्मीदवार घोषित करने के अधिकृत है। बिहार शरीफ विधानसभा में फिलहाल एनडीए के विधायक हैं।खुद को nda का प्रत्याशी घोषित करना दुर्भाग्यपूर्ण है वैसे नेताओं को इस तरह के अनैतिक कार्यों से बचना चाहिए।