ग्रामीणों ने पक्की सड़क बनाने की मांग की
मिथुन कुमार, नालंदा (बिहार )
हरनौत (नालंदा)।आजादी के दशकों बीतने के बाद भी स्थानीय प्रखंड के पचौरा गांव के रविदास टोला के लोग पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं। करिब एक हजार आबादी वाले इस गांव में पक्की सड़क निर्माण कर लिक रोड से जोड़ने की बात करती है लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं है। सबके दावे जमीन पर आते-आते खोखले हो जाते हैं।
पचौरा पंचायत के वार्ड नंबर सात रविदास टोला से पचौरा गांव को जाने वाली मुख्य सड़क तक यह कच्ची सड़क अब गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। वहां के लोगों को प्रखंड मुख्यालय, जिला मुख्यालय से लेकर बेना बाजार जाने तक एकदम से बेकार हो चुकी है। बच्चों को स्कूल जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के समय में सड़क पर जलजमाव की वजह से आवागमन ठप हो जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष जन संवाद में इसके लिए आवेदन दिये थे। लेकिन विभाग इसका सूद तक नहीं लिए। ग्रामीणों ने इसको पक्कीकरण कराने की बात कही है ताकि वहां के लोग प्रखंड मुख्यालय जिला मुख्यालय, बाजार, अस्पताल से जुड़ सकें। कच्ची सड़क पर रविवार को ग्रामीणों ने खड़े होकर विरोध जताया। विरोध जता रहे लोगों ने कहा कि हमारे साथ सरकार, प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। नतीजा है कि आज तक इस सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में अधिकांश रविदास समाज के लोग निवास करते हैं। जिसमें पचौरा गांव के कुछ लोग जातिगत संबोधन(चमार) करते हैं। कहते हैं कि चमार जात के लोग पक्का सड़क पर चलेगा।
स्थानीय ग्रामीण पीके प्रभाकर ,संजू देवी , महरगी देवी , सुनीता देवी , सीमा कुमारी , भूषण दास , राजू दास , बहादुर दास , सुगंमबर दास , संतोष , शिव
इत्यादि ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग की है।