हेनरिक क्लासेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर भावुक संदेश लिखकर किया ऐलान

नई दिल्ली:
दक्षिण अफ्रीका के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हेनरिक क्लासेन ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। 33 वर्षीय क्लासेन ने यह जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए दी और कहा कि अब वह अपने परिवार पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इससे पहले उन्होंने पिछले वर्ष टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। अब उन्होंने वनडे और टी20 प्रारूपों को भी अलविदा कह दिया है।
सोशल मीडिया पर किया संन्यास का ऐलान
क्लासेन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट में लिखा, “यह मेरे लिए एक दुखद दिन है क्योंकि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने का फैसला कर रहा हूं। मुझे इस फैसले पर पहुंचने में समय लगा लेकिन अब मैं अपने और अपने परिवार के भविष्य के लिए संतुलन बनाना चाहता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है। यह वह सपना था जिसे मैंने बचपन से देखा और जिसके लिए मेहनत की।”
अंतरराष्ट्रीय करियर पर एक नजर
हेनरिक क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए तीनों प्रारूपों में प्रतिनिधित्व किया।
टेस्ट: 4 मैच, 104 रन
वनडे: 60 मैच, 2141 रन, 4 शतक, 10 अर्धशतक
टी20I: 58 मैच, 1000 रन, 6 अर्धशतक
क्लासेन अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी, तेज़ विकेटकीपिंग और मैच फिनिशिंग क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई बार संकट में फंसी टीम को उबारा। इसके अलावा वह दक्षिण अफ्रीका की टीम में एक भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में स्थापित हुए।
आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में दिखे थे मैदान पर
क्लासेन को आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में देखा गया था, जहां उन्होंने दो मुकाबलों में कुल 67 रन बनाए। हालांकि वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए और टूर्नामेंट के बाद टीम से बाहर हो गए।
आईपीएल 2025 में किया शानदार प्रदर्शन
हाल ही में समाप्त हुए आईपीएल 2025 सीज़न में क्लासेन ने सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से बेहतरीन बल्लेबाज़ी की।
14 मैच
487 रन
1 शतक (105), 1 अर्धशतक
उनका सर्वोत्तम प्रदर्शन गत विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ रहा, जहां उन्होंने नाबाद 105 रनों की पारी खेली।
घरेलू और फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट जारी रखेंगे
संन्यास की घोषणा के बावजूद हेनरिक क्लासेन ने स्पष्ट किया है कि वह अब भी घरेलू और फ्रेंचाइज़ी लीग क्रिकेट में सक्रिय रहेंगे। इसका मतलब है कि फैंस उन्हें आईपीएल, बीबीएल और अन्य लीगों में खेलते हुए देख सकेंगे। हेनरिक क्लासेन का इस तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेना दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उनकी मौजूदगी मध्यक्रम को स्थिरता देती थी और वह एक अनुभवी विकल्प के रूप में टीम के लिए हमेशा उपयोगी साबित हुए हैं।