“सिंधु जल संधि पर संकट: पाकिस्तान सांसद बोले – ‘वॉटर बम’ से भूखे मर जाएंगे

वॉटर बम है, हम तो भूखे मर जाएंगे; सिंधु जल संधि के रुकने से ‘पानी-पानी’ कर रहा PAK
पाकिस्तान सांसद ने कहा कि अगर पानी का क्राइसेस नहीं सॉल्व करेंगे तो हम भूखे मर सकते हैं, क्योंकि सिंधु बेसिन ही हमारी लाइफस्टाइल है। हमारे 10 में से 9 लोग सिंधु जल संधि के जरिए ही अपनी जिंदगी गुजरयह बयान पाकिस्तान की जल संकट पर गंभीरता को उजागर करता है। दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुई सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) पर पिछले कुछ समय से लगातार सवाल उठते रहे हैं। यह संधि विश्व की सबसे सफल जल संधियों में मानी जाती है, जिसके तहत भारत ने सतलुज, रावी और ब्यास नदियों का जल अपने उपयोग के लिए रखा, जबकि पाकिस्तान को सिंधु, झेलम और चेनाब नदियों का जल उपयोग करने का अधिकार मिला।
हाल ही में पाकिस्तान के एक सांसद ने संसद में कहा कि “अगर सिंधु जल संधि से मिलने वाला पानी रुक गया, तो पाकिस्तान के लोग भूखे मर जाएंगे।” उन्होंने कहा कि देश की लगभग 90% आबादी सिंधु नदी पर निर्भर है — यह न सिर्फ कृषि बल्कि पीने के पानी और अन्य जरूरतों की पूर्ति का मुख्य स्रोत है। उन्होंने इसे ‘वॉटर बम’ की संज्ञा दी और कहा कि अगर इस संकट को अभी नहीं सुलझाया गया, तो पाकिस्तान गंभीर जल संकट में फंस सकता है।