भाजपा और गांधी-अब्दुल्ला परिवारों के बीच स्पष्ट मुकाबला: अमित शाह जम्मू-कश्मीर में
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन और भाजपा के बीच स्पष्ट लड़ाई है – एक अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहता है, जबकि दूसरा इसे रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी शुगन परिहार के पक्ष में मतदान न केवल विकास और प्रगति के लिए है, बल्कि उनके पिता सहित शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए भी है।
श्री शाह ने यहां एक जनसभा में कहा, “जम्मू एवं कश्मीर में यह चुनाव स्पष्ट रूप से दो ताकतों के बीच है। एक तरफ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस हैं, और दूसरी तरफ भाजपा है। यह भाजपा और गांधी-अब्दुल्ला परिवारों के बीच मुकाबला है। दोनों के एजेंडे स्पष्ट हैं।”
उन्होंने कहा कि भाजपा प्रेम नाथ डोगरा की विचारधारा – “एक संविधान, एक झंडा और एक प्रधानमंत्री” का पालन करती है, तथा इस बात पर जोर देती है कि जम्मू और कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है और “कोई भी इसे पलट नहीं सकता”।
पार्टी उम्मीदवारों शुगन परिहार, सुनील शर्मा और तारक कीन के समर्थन में प्रचार कर रहे श्री शाह ने कहा कि एनसी और कांग्रेस ने कहा है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो वे अनुच्छेद 370 को बहाल करेंगे। उन्होंने कहा, “पहाड़ी लोगों और गुज्जरों को अब जो आरक्षण मिल रहा है, उसे अनुच्छेद 370 के तहत खत्म कर दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “यह उन लोगों के बीच मुकाबला है जो अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहते हैं और उन लोगों के बीच जिन्होंने इसे इतिहास बना दिया है।”
उन्होंने कहा, “(प्रधानमंत्री) मोदी जी ने अनुच्छेद 370 को हटाकर जो किया वह इतिहास का पन्ना बन गया है। भारत के संविधान में अनुच्छेद 370 के लिए कोई जगह नहीं बची है। जम्मू-कश्मीर में फिर कभी दो संविधान, दो प्रधानमंत्री और दो झंडे नहीं हो सकते। झंडा हमेशा हमारा प्रिय तिरंगा रहेगा।”
एनसी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद को फिर से मजबूत करने के लिए 1990 की तरह ही प्रयास अभी भी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “एनसी और कांग्रेस ने कुछ वादे किए हैं कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो वे आतंकवादियों को रिहा कर देंगे।”
उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं आप सभी को बताता हूं कि यह नरेन्द्र मोदी सरकार है, किसी में भी भारत की धरती पर आतंकवाद फैलाने का साहस नहीं है।’’