राहुल गांधी के नेता विपक्ष चुने जाने के बाद कांग्रेस ने सैम पित्रोदा को लेकर किया बड़ा फैसला, दी ये जिम्मेदारी
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सैम पित्रोदा को फिर से ओवरसीज कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त किया है. गांधी परिवार के करीबी नेता सैम पित्रोदा लोकसभा चुनाव के दौरान विरासत टैक्स और नस्लीय टिप्पणी को लेकर सैम पित्रोदा विवादों में रहे थे.
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सैम पित्रोदा ने भारतीयों को लेकर नस्लीय टिप्पणी की थी. विवाद बढ़ता देख उन्होंने तुरंत ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, अब फिर से उन्हें ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है.
सैम पित्रोदा को बताया सच्चा गांधीवादी
सैम पित्रोदा को फिर से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर पार्टी नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने कहा, ”सैम भारत में संचार क्रांति के जनक रहे हैं और बीजेपी ने चुनावी लाभ के लिए उनके बयानों को गलत तरीके से पेश किया. कांग्रेस नेतृत्व ने सैम पित्रोदा को एक बार फिर ओवरसीज कांग्रेस की कमान देने से प्रवासी भारतीय बहुत खुश होंगे, क्यूंकि सैम पित्रोदा सच्चे गांधीवादी हैं.”
सैम पित्रोदा ने क्या दिया था बयान?
लोकसभा चुनाव के समय सैम पित्रोदा का एक पॉडकास्ट सामने आया था. इसमें उन्होंने कहा था कि वह उस भारत में विश्वास रखते हैं जहां भाषा, धर्म, संस्कृति, रंग-रूप, रिवाज, खान-पान आदि की विविधता के बावजूद लोग 70-75 साल से कुछ छिटपुट झगड़ों को छोड़कर खुशनुमा माहौल में एक साथ रह रहे हैं. उन्होंने कहा, ”हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एक साथ लेकर चल सकें, जहां पूरब के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं तो पश्चिम के लोग अरब जैसे, उत्तर के लोग संभवतः गोरों जैसे तो दक्षिण के लोग अफ्रीकियों जैसे, लेकिन इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता है.”
पित्रोदा के बयान पर भड़के पीएम मोदी
कांग्रेस नेता के इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया. खुद पीएम मोदी ने उनकी आलोचना की और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि शहजादे के फिलॉस्फर और गाइड अंकल ने बड़ा रहस्य खोला है. उन्होंने कहा कि जिनकी चमड़ी का रंग काला होता है, वो सब अफ्रीका के हैं, मतलब देश के अनेक लोगों को चमड़ी के रंग के आधार पर उन्होंने इतनी बड़ी गाली दे दी.
नेता विपक्ष बने राहुल गांधी
बता दें कि बुधवार (26, जून) को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दे दी है. लोकसभा सचिवालय ने इसे लेकर लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह के हस्ताक्षर से 26 जून को एक अधिसूचना भी जारी कर दी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर मंगलवार (25, जून) को हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में राहुल गांधी को विपक्ष का नेता बनाने का फैसला किया गया था.