हिमांशु सांगवान की विराट कोहली को आउट करने की रणनीति, बस चालक से मिली सलाह

नई दिल्ली:
रेलवे के तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली का विकेट लेकर क्रिकेट जगत में हलचल मचाई। हिमांशु ने खुलासा किया कि यह सफलता उन्हें एक अनोखी सलाह से मिली, जो रेलवे टीम के बस चालक ने दी थी। इस सलाह के बाद, हिमांशु ने कोहली को केवल छह रन पर आउट किया और अरुण जेटली स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों को चुप करा दिया।
बस चालक से मिली सलाह
हिमांशु ने बताया कि रेलवे टीम के बस चालक ने उन्हें यह सलाह दी थी कि विराट कोहली को चौथे या पांचवें स्टंप पर गेंद डालने से वह आउट हो सकते हैं। हिमांशु ने इसे अपने लिए एक अहम रणनीति के रूप में लिया, हालांकि उन्होंने कहा कि वह ज्यादा अपनी मजबूती पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे, न कि कोहली की कमजोरी पर। हिमांशु ने कहा, “बस में यात्रा करते वक्त बस चालक ने मुझसे कहा था कि कोहली को चौथे-पांचवें स्टंप पर गेंद डालो, जिससे वह आउट हो सकते हैं। मुझे खुद पर विश्वास था और मैं अपनी गेंदबाजी की मजबूती पर ध्यान केंद्रित करता रहा।”
रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली का सामना
हिमांशु सांगवान ने रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली का सामना करते हुए उन्हें जल्दी आउट किया, जिससे दर्शक हैरान रह गए। विराट कोहली के लिए यह मैच खास था, क्योंकि वह 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में बल्लेबाजी करने उतरे थे। उनकी बल्लेबाजी के लिए उम्मीदें अधिक थीं, लेकिन वह सिर्फ छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। विराट के आउट होते ही पूरे स्टेडियम में सन्नाटा फैल गया, क्योंकि उनके फैंस को विश्वास नहीं हुआ कि उनका पसंदीदा खिलाड़ी इतनी जल्दी आउट हो गया।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
स्टेडियम में विराट को देखने के लिए 10 हजार से ज्यादा दर्शक मौजूद थे, और जैसे-जैसे वह क्रीज की ओर बढ़े, फैंस का उत्साह बढ़ता गया। विराट के रणजी में वापसी के बावजूद, वह अपनी खराब फॉर्म को नहीं छोड़ पाए। इससे पहले, वह नवंबर 2012 में आखिरी बार रणजी मैच में खेले थे, जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ बल्लेबाजी की थी। इसके बाद विराट कोहली की फॉर्म में गिरावट देखी गई, खासकर न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में, जहां उन्होंने छह पारियों में सिर्फ 91 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नौ पारियों में केवल 190 रन ही बना सके थे। इन दोनों सीरीज में भारत को हार का सामना करना पड़ा था।
हिमांशु की गेंदबाजी ने न केवल एक महत्वपूर्ण विकेट दिलवाया, बल्कि यह भी दिखाया कि कभी-कभी सबसे अप्रत्याशित स्रोत से मिली सलाह भी सफलता दिला सकती है।