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बहानेबाजी नहीं…क्या यही सफाई है?बरसात से पहले की क्या यही तैयारी है?क्या इन नालों की सफाई नहीं होगी?

गुरुवार को मेरठ आने वाले प्रदेश के पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री और जनपद प्रभारी धर्मपाल सिंह ने मानसून की आगमन से पहले नाला सफाई की स्थिति की जांच की। प्रभारी मंत्री ने कचरे और गोबर से अटे नालों को देखकर चिंतित हो गए। कहा, क्या यही सफाई है? बरसात से पहले की क्या यही तैयारी है? क्या इन नालों की सफाई नहीं होगी? सवाल सुनकर सामने खड़े अफसरों के होश उड़ गए। डीएम दीपक मीणा ने कैंट बोर्ड के सीईओ ज्योति के साथ मोबाइल पर बातचीत की है, जहां उन्होंने कैंट क्षेत्र के आबूनाले के बारे में चर्चा की।

उन्होंने व्यक्त किया कि शुक्रवार से इन नालों की सफाई का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। मंत्री यहां भी संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के साथ-साथ कैंट को कहा कि वे इसे सफाई नहीं मानते हैं अगर वह नाला सफाई के दावे कर रहे हैं। नालों की तलीझाड़ सफाई के लिए मशीन का उपयोग करें। आबूनाला की सफाई कैंट बोर्ड और नगर निगम ने कैंट क्षेत्र में संयुक्त रूप से सफाई करने के निर्देश दिए हैं।

गोबर नाले में बहाने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए। अधिकारी को बहानेबाजी नहीं करनी चाहिए थी। नाला सफाई में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। प्रभारी मंत्री के निरीक्षण के दौरान जनप्रतिनिधियों में महापौर हरिकांत अहलूवालिया, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज और अधिकारियों में डीएम दीपक मीणा, नगर आयुक्त डा. अमित पाल शर्मा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

 

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