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किसान सम्मान निधि की 17वीं क़िस्त को दी हरी झंडी बोले ,मैं व‍िराम करने के ल‍िए पैदा नहीं हुआ हूं…..पीएम मोदी

इच्छा + स्थिरता = संकल्प और संकल्प + परिश्रम = सिद्धि.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कार्यभार संभाल लिया. पीएम मोदी ने ऑफ‍िस पहुंचते ही एक्‍शन मोड में नजर आए. उन्‍होंने सबसे पहला फैसला क‍िसानों के पक्ष में ल‍िया और ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ की 17वीं किस्त जारी की.

उन्‍होंने कहा क‍ि मैं व‍िराम करने के ल‍िए पैदा नहीं हुआ हूं.

उन्‍होंने कहा क‍ि इस जीत का सच्चा हकदार कोई हैं, तो भारत सरकार का हर कर्मचारी हैं. ज‍िन्‍होंने एक व‍िजन के लिए अपने आपको खपा द‍िया और कोई कमी नहीं रखी. उन्‍होंने कहा क‍ि देश में पहले से बहुत तेज गत‍ि से काम हुए, जिसका परिणाम भी नजर आ रहा हैं, लेकिन मैं एक नई उर्जा के साथ और नए हौसले के साथ आगे बढ़ना चाहता हूं पीएम मोदी ने कहा क‍ि एक ही लक्ष्य नेशन फर्स्ट, एक ही इरादा 2024, मैं मेरी टीम से ये चाहता हूं. पीएम मोदी ने कहा क‍ि सरकार का मतलब सामर्थ्य, समर्पण और संकल्पों की नई ऊर्जा है. उन सबको मेरा निमंत्रण है, जो विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए समर्पित भाव से खप जाना चाहते हैं. कहा क‍ि देश में पहले से बहुत तेज गत‍ि से काम हुए, जिसका परिणाम भी नजर आ रहा हैं, लेकिन मैं एक नई उर्जा के साथ और नए हौसले के साथ आगे बढ़ना चाहता हूं और मैं विराम करने के लिए पैदा नहीं हुआ

इच्छा + स्थिरता = संकल्प और संकल्प + परिश्रम = सिद्धि

जहां कोई नहीं पहुंचा, वहां अपने देश को हमें पहुंचाना है. सफल इंसान वो होता है, जिसके भीतर का विद्यार्थी कभी मरता नहीं है. उन्‍होंने कहा क‍ि इस विजय के बड़े हकदार भारत सरकार के कर्मचारी भी हैं, जिन्होंने एक विजन के लिए खुद को समर्पित कर दिया.

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