गोण्डा लोकसभा में सत्ता के संग्राम की खींचातानी में मतदाताओं के बीच भी अब धीरे-धीरे भाजपा व कांग्रेस के सरकार के कामकाज और उनकी नीतियों को लेकर मतदाताओं में चर्चा का बाजार गर्म हो रहा है। जैसे- जैसे 20 मई नजदीक आ रहा है वैसे- वैसे मतदाता अब खुलकर बोलने से नहीं चूक रहे हैं। नुक्कड़, चौराहा, या कोई होटल हो, मतदाताओं के बीच गर्मागरम बहस देखी जा सकती है। जहां भाजपा, सपा और बसपा सहित कई राजनैतिक पार्टियों ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, वहीं की निर्दलीय प्रत्याशी भी ताल ठोंक चुके हैं, लेकिन गोण्डा लोकसभा में हालांकि अभी तक बसपा अपना खाता नहीं खोल पायी। और कीर्ति वर्धन सिंह (राजा भैया) गोण्डा लोकसभा से ही बीते लगातार तीन बार सांसद रहें हैं, इस बार भी भाजपा और सपा के बीच ही सियासी दांवपेंच चल रहा है। भाजपा जहां अपना प्रचार प्रसार और सरकार की योजनाओं को भुनाने में लगी है वहीं सपा भी मतदाताओं नुक्कड़ सभा के माध्यम से मतदाताओं से लोक लुभावन वादे कर अपने ओर खींचने के प्रयास में जुटी है।
गोण्डा लोकसभा में मेहनौन,गौरा, मनकापुर, उतरौला, गोण्डा सदर सहित पांच विधानसभा हैं, पांचों विधानसभा में सभी विधायक भारतीय जनता पार्टी के हैं नुक्कड़ सभा के माध्यम से लगातार प्रचार प्रसार कर जी तोड़ मेहनत कर रहें हैं, वहीं सपा प्रत्याशी श्रेया वर्मा भी अपने समर्थकों के साथ मतदाताओं से समर्थन मांग रहीं हैं। भाजपा प्रत्याशी जहां क्षेत्र में विकास को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं, वहीं सपा प्रत्याशी श्रेया वर्मा भी विरासत को सियायत में भुनाने की जुगत में जुटी हैं लेकिन अब देखना यह है कि भाजपा सरकार के कामकाज और स्थानीय विकास के आगे सपा प्रत्याशी कहां तक कामयाब होती हैं यह तो मतदाताओं पर निर्भर हैं।