बृजभूषण शरण सिंह के टिकट पर सबकी नजर, टिकट में देरी के पीछे जिम्मेदार कौन?
टिकट मिलने में देरी के पीछे कौन जिम्मेदार?
अवध क्षेत्र की राजनीति के चर्चित नेता कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंहका टिकट अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। इस बार 2024 के लोकसभा में कैसरगंज सीट पर प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया गया है। इसको लेकर उठ रहे सवालों पर बृजभूषण ने जवाब दिया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा बयान देते हुए यह भी बता दिया कि टिकट नहीं मिलने के पीछे कसूरवार आखिर कौन है
बृजभूषण के टिकट पर सबकी नजर
कैसरगंज लोकसभा सीट पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। न ही बीजेपी ने अपने पत्ते खोले हैं और ना ही सपा ने। उधर मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। आखिर बीजेपी कैसरगंज सीट पर प्रत्याशी घोषित करने में इतनी देरी क्यों हो रही है?
सूत्रों की मानें तो कैसरगंज सीट पर बीजेपी बृज भूषण शरण सिंह को टिकट ना देकर उनके किसी करीबी या परिवार के सदस्य को टिकट देना चाहती है। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह खुद चुनाव लड़ने पर अड़े हैं। वह लगातार चुनाव प्रचार में भी डटे हुए हैं। खबरों के मुताबिक बृजभूषण शरण सिंह ने बीजेपी आलाकमान से खुद चुनाव लड़ने की बात भी कह दी है। इसके चलते बीजेपी नेतृत्व कैसरगंज सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पा रही है, उधर समाजवादी पार्टी ने भी इस सीट को होल्ड पर रख दिया है। सपा को बीजेपी के उम्मीदवार का इंतजार है।
हरियाणा चुनाव और क्षत्रिय विरोध दोनों मसलों में बीजेपी फंसी
वहीं हरियाणा की सभी 10 सीटों पर एक चरण में ही चुनाव होना है। सभी सीटों पर छठे चरण यानी 25 मई को वोटिंग होगी। जबकि गोंडा की कैसरगंज सीट पर पांचवें चरण यानी 20 मई को वोटिंग होनी है। जानकर बताते हैं कि हरियाणा से एक चरण पहले कैसरगंज सीट पर वोटिंग होने का सबसे ज्यादा नुकसान बृजभूषण शरण सिंह को होने जा रहा है।
इस स्थिति में बीजेपी बृजभूषण को टिकट देकर हरियाणा की 10 सीट नहीं खोना चाहती है। हालांकि इस समय हो रहा क्षत्रिय विरोध बृज भूषण शरण सिंह के पक्ष में हवा बना सकता है। ऐसा भी संभव हो सकता है कि बीजेपी क्षत्रिय विरोध बढ़ने के डर से इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिए बीजेपी बृजभूषण शरण सिंह को टिकट दे दें।