हर्षिता भी स्वर्ण से चूकीं,चयन ट्रायल में विनेश को हराने वाली अंजू ने जीता रजत
इस चैंपियनशिप में भारतीय पहलवान ने कोई स्वर्ण पदक नहीं जीता, लेकिन उन्होंने कुल छह पदक जीते।भारत ने इस चैंपियनशिप में तीन रजत और तीन कांस्य पदक हासिल किए।
हाल ही में चयन ट्रायल में भारत की शीर्ष महिला पहलवान विनेश फोगाट ने 53 किग्रा वर्ग में हार का सामना किया और इससे रेलवे की पहलवान अंजू ने सुर्खियां बटोरी और हर्षिता ने अपने वर्ग में रजत पदक जीतकर किर्गिस्तान के बिश्केक में एशियन चैंपियनशिप में अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाई।इन दो पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन किया था और उम्मीद थी कि वे स्वर्ण पदक जीतेंगे, लेकिन यह संभव नहीं हुआ और दोनों पहलवानों को रजत पदक से संतुष्ट होना पड़ा।
अंजू फाइनल में बरकरार नहीं रख सकीं लय
अंजू ने अंतिम मुकाबले को छोड़कर प्रत्येक राउंड में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था।जू ने फिलीपींस की आलिया रोज गावलेज और श्रीलंका की नेथमी अहिंसा फर्नांडो को तकनीकी श्रेष्ठता से हराया था।सेमीफाइनल में यद्यपि उन्हें चीन की चेन लेई से कठिन प्रतिस्पर्धा मिली, लेकिन वे इस मुकाबले को 9-6 से जीतने में सफल रही थीं।अंजू ने फाइनल में उत्तर कोरिया की जि हयांग किम के साथ मुकाबला किया,हालांकि, सबसे अद्भुत बात यह है कि अंजू ने अंतिम में एक भी अंक नहीं प्राप्त किया।उन्हें तकनीकी श्रेष्ठता के मापदंड पर स्वर्ण पदक मुकाबला में हार मिली।
हर्षिता को चीन की प्रतिद्वंद्वी ने हराया
हर्षिता का सफर अंजू की तुलना में कठिन रहा था और अंतिम तक पहुंचने के दौरान उन्होंने तीन अंक खो दिए थे।हर्षिता ने उज्बेकिस्तान की ओजोदा जरीपबोएवा को तकनीकी श्रेष्ठता से हराने के बाद कजाखस्तान की अनास्तासिया पानासोविच को 5-0 से हराया। चीन की कियान जियांग के साथ उनका मुकाबला फाइनल में हुआ।चीन की प्रतिद्वंद्वी के सामने हर्षिता ने 72 किग्रा वर्ग के स्वर्ण पदक मुकाबले में चुनौती नहीं कर सकीं और उन्हें 2-5 से हार का सामना करना पड़ा।