जल,थल और नभ… तीनों से होगी निगरानी, 2000 पुलिस, PAC की 15 कंपनियां… रामनवमी पर अयोध्या में किलाबंदी
रामनवमी को लेकर अयोध्या में तैयारियों जोरशोर से चल रही हैं. लाखों श्रद्धालुओं के आने के अनुमान को लेकर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है क्योंकि जनवरी में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली बार राम नवमी समारोह के लिए लाखों भक्तों के शहर में आने की उम्मीद है. अधिकारियों ने बताया कि यह त्योहार शहर में भव्य स्तर पर मनाया जाएगा और राज्य सरकार ने इसकी व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण त्योहार के सुचारू तरीके से सफल बनाने के लिए भक्तों की बड़ी आमद को देखते हुए सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय करने के प्रयास तेज कर दिए हैं.
उन्होंने बताया कि आने वाले भक्तों की सुरक्षा के अलावा, पुलिस ने भीड़ प्रबंधन और दर्शन के लिए योजना तैयार की है और भक्तों की संख्या का अनुमान लगाया है. राम नवमी मेला 9 अप्रैल को अयोध्या धाम में शुरू हुआ और 17 अप्रैल को होने वाली राम नवमी तक जारी रहेगा, जिसमें लगभग 25 लाख श्रद्धालु शामिल होंगे. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मेले में कई पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.
यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मेला मैदान को सात जोन और 39 सेक्टर में बांटा गया है, जबकि यातायात प्रबंधन को दो जोन और 11 क्लस्टर में बांटा गया है. पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा की निगरानी के लिए 11 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 महिला उप निरीक्षक, 1305 मुख्य कांस्टेबल/कांस्टेबल, 270 महिला मुख्य कांस्टेबल/कांस्टेबल और पीएसी की 15 कंपनियों के जवान तैनात रहेंगे
साथ ही बाढ़ राहत के लिए दो कंपनियां एसडीआरएफ और एटीएस की एक टीम की ड्यूटी लगाई गई है. इसमें कहा गया है कि एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रत्येक जोन की निगरानी करेगा और प्रत्येक सेक्टर में एक नामित पुलिस उपाधीक्षक या निरीक्षक होगा. सुरक्षित दर्शन अनुभव सुनिश्चित करने के लिए, राम पथ पर 15 ड्रॉप-डाउन बैरियर और 13 होल्डिंग क्षेत्र स्थापित किए जाएंगे. कंट्रोल रूम से 111 सीसीटीवी कैमरों के जरिए सतत निगरानी रखी जाएगी. जल पुलिस सरयू नदी और राम की पैड़ी पर सुरक्षा की निगरानी करेगी, जबकि विभिन्न मंदिरों और मेला मैदानों पर पुलिस और पीएसी बल तैनात रहेंगे