जिंदगी बचाने जान पर खेल गए 2 पुलिस कांस्टेबल, पुलिस का मानवीय चेहरा
विकलांग दादी और उनकी 2 साल की पोती की जान बचाई
उत्तर प्रदेश के हरदोई के टड़ियावां कोतवाली के गोपामऊ चौकी पर तैनात कांस्टेबल शुभम यादव और राजेश चौधरी ने अपनी जान जोखिम में डालकर दादी पोती को मौत के मुंह से बाहर निकला है. दरअसल, ग्राम कचनारी में अज्ञात कारण से एक घर में आग लग गई थी, जिससे 5 परिवार की गृहस्थी जलकर खाक हो गई. इस दौरान गश्त कर रहे पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे. फिर आग की लपटों में घिरी झोपड़ी के अंदर विकलांग दादी और सो रही दो साल की पोती को जान पर खेलकर बाहर निकाला. ग्रामीणों की मदद से लगभग आधा घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
गोपामऊ चौकी के तहत कचनारी गांव में रहने वाली खातून और उसकी पोती फैयाज दोपहर को झोपड़ी में सो रहे थे. इस दौरान अज्ञात कारणों से झोपड़ी में आग लग गई. घटना के समय कांस्टेबल शुभम यादव और राजेश चौधरी कचनारी गांव में गश्त करने के लिए निकले थे
पुलिस का मानवीय चेहरा
दोनों कांस्टेबल जैसे ही गांव में पहुंचे देखा कि एक घर जल रहा है और आग की लपेटें उठ रही है. दोनों सिपाहियों ने मौजूद लोगों से जानकारी ली तो पता चला कि दादी और पोती आग के बीच फंस गए है. दोनों कांस्टेबल अपनी जान की परवाह न करते हुए झोपड़ी में घुस गए और दोनों दादी पोती को सुरक्षित आग से बचा लिया. पुलिस के मुताबिक पीड़ित वृद्धा पैरों और हांथ से दिव्यांग है. आग में 50 हजार नगद, ज्वेलरी, गेंहू, सरसो, कपड़े, बिस्तर गृहस्थी का सारा सामान जल गया है
परिवार वालों के मुताबिक 3 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. गांव वालों के मुताबिक वृद्धा को प्रधानमंत्री आवास भी नहीं मिला है. घटना के समय परिजन सीतापुर दवाई लेने गए थे और कुछ परिजन खेतों में काम कर रहे थे. पुलिस के इस सराहनीय कार्य की हर तरफ प्रशंसा की जा रही है. ग्राम प्रधान की सूचना पर मामले का तहसील द्वारा संज्ञान लिया गया है. क्षेत्रीय लेखपाल ने निरीक्षण भी किया है, जिससे उनको सरकारी सहायता मिल सकेगी.