रामजन्मभूमि में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं ले जा सकेंगे श्रद्धालु।
समन्वय समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय
अयोध्या में राम मंदिर में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को निकास मार्ग पर प्रसाद दिया जाएगा। शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र समन्वय समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
रामजन्मभूमि के भीतर श्रद्धालु किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैग, मोबाइल व प्रसाद लेकर नहीं जा सकेंगे। रामभक्तों को दर्शन के बाद निकास मार्ग पर रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से प्रसाद दिया जाएगा। दिव्यांग व वृद्ध दर्शनार्थियों के लिए गोल्फ कॉर्ट की सुविधा उपलब्ध रहेगी। यह निर्णय शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र समन्वय समिति की बैठक में लिया गया।
कमिश्नर गौरव दयाल की अध्यक्षता में बैठक जन्मभूमि परिसर स्थित एलएंडटी सभाकक्ष में हुई। प्रशासन और ट्रस्ट ने श्रीराम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा और श्रद्धालुओं को बेहतर ढंग से सुगमतापूर्वक दर्शन कराने की व्यवस्था पर विचार किया। तय किया गया कि दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था को और सुव्यवस्थित किया जाए ताकि दर्शन में कम से कम समय लगे।
कमिश्नर ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस के साथ सीआरपीएफ व पीएसी के जवान तैनात हैं। सभी को समझाया गया है कि रामभक्तों के साथ मित्र के रूप में व्यवहार करें। श्रद्धालुओं की जो भी जिज्ञासा हो, उसे वहां पर तैनात प्रशासन के अधिकारी व पुलिस के जवान धैर्य के साथ सुनें और समाधान कराएं।