ईडी ने जिला खनिज निधि घोटाले में छत्तीसगढ़ की आईएएस अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार किया
प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने गुरुवार को जिला खनिज निधि (डीएमएफ) घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार किया। साहू को ईडी की रायपुर स्थित इकाई द्वारा इसी मामले में एक अन्य महिला अधिकारी माया वारियर को गिरफ्तार किए जाने के दो दिन बाद गिरफ्तार किया गया।
विशेष अदालत ने ईडी को दोनों अधिकारियों की 22 अक्टूबर तक हिरासत में रखने की अनुमति दे दी है। ईडी के अनुसार, दोनों अधिकारी डीएमएफ घोटाले में मुख्य आरोपी हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर शुरू की गई थी। आईएएस अधिकारी के खिलाफ यह एफआईआर डीएमएफ ठेकेदारों द्वारा राज्य सरकार के अधिकारियों और राजनीतिक कार्यकारियों के साथ मिलीभगत करके सरकारी खजाने के पैसे की हेराफेरी करने के आरोप में दर्ज की गई थी।
यह मामला छत्तीसगढ़ में जिला खनिज निधि से प्राप्त धन के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार से जुड़ा है। डीएमएफ खनिकों द्वारा वित्तपोषित एक ट्रस्ट है जिसे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में खनन से संबंधित परियोजनाओं और गतिविधियों से प्रभावित लोगों के लाभ के लिए स्थापित किया गया है।
मई 2021 से जून 2022 तक रानू साहू छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की जिला कलेक्टर थीं और माया वरियर कोरबा में आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त थीं।
ईडी ने एक बयान में कहा, “कोरबा में उनके (साहू और वारियर दोनों) कार्यकाल के दौरान, विक्रेताओं और ठेकेदारों से अवैध कमीशन संग्रह की एक संगठित प्रणाली संचालित की जा रही थी।”