आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को आरोप लगाया कि इस साल 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन आठ किलोग्राम कम हो गया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मेडिकल बोर्ड ने उनके खान-पान में पराठे और पूड़ी शामिल करने की सिफारिश की है।
आप ने अपने बयान में दावा किया कि जिस दिन केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया, उस दिन उसका वजन 70 किलोग्राम था। शिकायत में दावा किया गया है कि आप संयोजक का वजन दो जून को 63.5 किलोग्राम तक गिर गया था जिस दिन वह उच्चतम न्यायालय से मिली अंतरिम जमानत खत्म होने के बाद तिहाड़ जेल लौटे थे।
आप ने दावा किया कि 22 जून को केजरीवाल का वजन और गिरकर 62 किलोग्राम हो गया।
पार्टी ने अपने बयान में दावा किया, ‘मुख्यमंत्री केजरीवाल के घटते वजन को देखते हुए एम्स के मेडिकल बोर्ड ने उनके आहार में पराठा और पूरी को शामिल करने की सिफारिश की है।
आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि एम्स के मेडिकल बोर्ड ने मुख्यमंत्री के कुछ रक्त परीक्षण किए लेकिन हृदय रोग और कैंसर के लिए परीक्षण नहीं किए गए।
आप के अनुसार, मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने केजरीवाल के वजन कम होने के मद्देनजर उनके लिए हृदय और कैंसर के साथ कुछ परीक्षणों की सिफारिश की थी। पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई अंतरिम जमानत को दो जून के बाद एक सप्ताह के लिए बढ़ाने की मांग की ताकि जांच कराई जा सके। लेकिन शीर्ष अदालत ने जमानत आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया।
शहर की एक अदालत ने गुरुवार को आबकारी नीति मामले में केजरीवाल को जमानत दे दी थी। लेकिन शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय ने आप नेता को दी गई जमानत पर रोक लगाने की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर अपने आदेश की घोषणा होने तक निचली अदालत के आदेश पर रोक लगा दी थी।
न्यायमूर्ति सुधीर कुमार जैन की अवकाश पीठ ने कहा कि ईडी की स्थगन याचिका पर आदेश सुनाने में दो-तीन दिन लगेंगे।