जानें कौन थी बार्बी? कैसे बनीं मशहूर बार्बी डॉल, जानें इसके पीछे की एतिहासिक कहानी

Barbie बार्बी नाम तो आपने खूब सुना होगा. ये एक फैशन डॉल है. जो पूरे देश दुनिया में मशहूर है लेकिन एक बार्बी डॉल ही क्यों इतनी फेमस है और इसे बनाने के पीछे की कहानी क्या है ये आज हम बताएंगे कि कैसे एक बार्बी फैशन गुड़िया बनी.
बार्बी को सबसे पहले अमेरिकी व्यवसायी रूथ हैंडलर ने बनाया था. जिसे सिर्फ खिलौना और मनोरंजन के लिए तैयार किया गया था. इसे 9 मार्च 1959 को पेश किया गया था. यह महज एक खिलौना है लेकिन ये बार्बी सिर्फ डॉल नहीं बल्कि एक मॉडल का मूर्ति भी है. इसे जर्मन में लिली डॉल के नाम से जाना जाता है. जिसे हैंडलक ने यूरोप में रहते हुए खरीदा था.
शरुआत में बार्बी को एक अरब से अधिक डॉल के रुप में बेचा गया था. यह एक कपंनी, ब्रांड के तौर पर बनी. जो कि कपंनी की सबसे ज्यादा और लाभदायक प्रोडक्ट के तौर पर साबित हुई. आज भी ये बच्चों में काफी मशहूर है हर घर लड़कियों के लिए अगर कोई डॉल है तो वो है बार्बी डॉल.
जानें कौन थी बार्बी
बार्बी एक फैशन मॉडल नाम की लड़की हुआ करती थी, जो मॉडलिंग की दुनिया में अपना करियर बना रही थी. बार्बी खुद को लेकर बहुत कॉंफिडेंट हुआ करती थी. बार्बी के सुनहरे बाल, पतली कमर, पिंक लिबास मॉडलिंग की दुनिया में छाया हुआ था. बार्बी दूसरी लड़कियों को टक्कर देती थी. बार्बी हमेशा अपने चहरे पर स्माइल रखा करती थी. लेकिन जिस दौरान बार्बी मॉडलिंग किया करती थी. उस दौरान जो भी हर इवेंट में एक लड़की गायब रहा करती थी. ऐसा हर इवेंट में होने लगा था. इसकी जांच के लिए पुलिस पीछे लग गई. असल बार्बी ही वो लड़की थी. जो उन लड़कियों की मौत करवा देती थी और उनका क्राउन जीत लेती थी. बार्बी उनकी ड्रैस और क्राउन अपने घर के बेसमेंट में रखा करती थी. लेकिन ये राज एक दिन छिप नहीं सका और पुलिस को इस बात का पता चल गया.
जिसके बाद बार्बी को उम्र कैद की सजा हुई और जेल जाना पड़ा. उसकी खूबसूरती और पिंक पौशाक में बार्बी को बनाया गया और लोगों के बीच मशहूर कर दिया.
बार्बी जहां बच्चों की दोस्त बनी, वहीं महिला सशक्तिकरण एक की पहचान भी बनी. बार्बी कभी नर्स, कभी डॉक्टर, कभी सीईओ तो कभी जज के अवतार में नजर आ चुकी है. बार्बी के 200 से ज्यादा करियर हैं और हर उसका हर करियर महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर दिखाता है. बार्बी हर महिला की ड्रीम गर्ल है जो एक फेमिनिस्ट है. बार्बी डॉल चांद पर भी पहुंची और प्रेसिडेंट भी बनी.
Manisha Pal