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बेटे की 54 लाख बीमा रकम पाने के लिए एक विक्षिप्त व्यक्ति को कार में बंदकर जिन्दा जलाया

18 साल बाद हुआ मामले का खुलासा , पुलिस ने किया गिरफ्तार

आगरा के थाना रकाबगंज पुलिस ने 18 साल पुराने हत्या के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने 18 साल पहले फर्जी मौत दिखा कर बीमा कंपनी से 56 लाख रुपए हड़पे थे. आरोपी ने अपने बेटे की जगह 18 साल के मानसिक विक्षिप्त को कार में जिंदा जलाकर मार दिया था और बिमा कंपनी से क्लेम लेकर गुजरात में पहचान छिपाकर कर रह रहा था.

दरअसल, बिजनेस में नुकसान होने पर विजयपाल ने मौत की झूठी साजिश रची थी. विजयपाल ने अपने बेटे अनिल की झूठी मौत दिखा कर बीमा कंपनी से लाखों रुपए ऐंठ लिए और फरार हो गया. विजयपाल ने अपने बेटे अनिल की जगह एक मानसिक विक्षिप्त भिखारी को उसके कपड़े पहनाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद बेटे के नाम से कराई गई बीमा पॉलिसी का 56 लाख रुपए लेकर गुजरात चला गया. इस सनसनीखेज मामले का नवंबर 2023 में अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करके खुलासा किया था. अब आगरा की रकाबगंज पुलिस ने विजय पाल के दोस्त रामवीर को गिरफ्तार किया है. विजय पाल ने दोस्त रामवीर और अभय सिंह के साथ मिलकर यह खौफनाक साजिश रची थी

मामला आगरा के रकाबगंज क्षेत्र का है. 18 साल पहले आगरा किले के पास एक कार में आग लगी थी, जिसमे एक व्यक्ति की जलकर मौत होने की बात कही गई. मौत के नाम पर बीमा कंपनी ने 56 लाख रुपए परिवार को दे दिए. लेकिन बीमा कंपनी को बाद में पता चला जिसकी मौत की बात कही गई, वो गलत है. पैसे ऐंठने के लिए इस पूरे काम को अंजाम दिया गया है.

विजयपाल का नोएडा के ट्रैवल एजेंसी का कारोबार था. कारोबार में नुकसान होने के चलते विजयपाल ने अपने साथी रामवीर और अभय सिंह के साथ मिलकर साजिश रची. विजयपाल ने अपने बेटे के कई इंश्योरेंस करवा रखे थे. जिसकी रकम लेने के लिए विजयपाल ने अपने बेटे अनिल की झूठी मौत की साजिश रची. विजयपाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले तो एक मानसिक विक्षिप्त की हत्या की, फिर उसके शव को अपने बेटे अनिल के कपड़े पहनाए, और उसको अनिल की कार में बैठा कर आग लगा दी. सभी जगह बताया कि आगरा किले के पास अनिल का एक्सीडेंट हुआ, कार में आग लगी, उसकी मौत हो गई. अनिल की मौत के झूठे कागजात तैयार हुए, और फिर उनको बीमा कंपनी में जमा करवाया।और बीमे के 56 लाख रुपए कंपनी से ले लिया

गुजरात में रह रहा था अनिल और पिता विजयपाल
इस फर्जी हत्याकांड के बाद अनिल और उसका पिता गुजरात में जाकर रहने लगे. बीमा कंपनी को किसी ने बताया कि अनिल तो अपने पिता के साथ है, तो बीमा कंपनी ने गुजरात पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने गुजरात से मास्टर माइंड विजयपाल और उसके बेटे अनिल को गिरफ्तार कर लिया, और फिर आगरा पुलिस से संपर्क किया गया. गुजरात और आगरा पुलिस ने मिलकर विजयपाल के साथी रामवीर को भी गिरफ्तार किया

कानूनी कार्यवाई कर भेजा जा रहा जेल
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि विजयपाल ने अपने बेटे की मौत की झूठी साजिश रची थी. गुजरात और आगरा पुलिस ने मिलकर इसका खुलासा किया है. आगरा से भी गिरफ्तारी हुई है, और गुजरात से भी हुई. अब सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाई करते हुए जेल भेज दिया है

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