‘बेटों के सम्मान में’… लखनऊ में ‘मर्द पार्टी’ भी चुनावी मैदान में,
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मर्द पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। मेरा अधिकार राष्ट्रीय दल नाम की इस पार्टी ने पुरुषों के खिलाफ हो रहे शोषण को अपना मुद्दा बनाया है। पार्टी का कहना है कि महिला सशक्तीकरण के नाम पर तमाम केस में पुरुषों का उत्पीड़न होता है और वह इसके ही खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
महिला अधिकारों को लेकर बनी तमाम पार्टियों के बारे में आपने जरूर सुना-देखा होगा। अब पुरुषों के अधिकारों को लेकर एक नई पार्टी लखनऊ के लोकसभा चुनाव में सामने आई है। इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाकायदा चुनाव में भी हिस्सा ले रहे हैं। सपा के रविदास मेहरोत्रा और भाजपा के राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनावी ताल ठोकने वाली इस पार्टी का नाम ‘मर्द’ पार्टी है। इसमें ‘MARD’ का अर्थ है- मेरा अधिकार राष्ट्रीय दल। पार्टी ने चुनाव को लेकर अपना घोषणा पत्र भी जारी किया है। अनोखे नाम वाले इस राजनैतिक दल का स्लोगन है- बेटों के सम्मान में। ‘मर्द’ उतरे हैं मैदान में।
क्यों बनी मर्द पार्टी?
हालांकि, मर्द नाम से बनी यह पार्टी हंसी-मजाक में नहीं बनी है। पार्टी ने बाकायदा अपना वेबसाइट बनाया है। इसका सोशल मीडिया अकाउंट भी है, जिस पर प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार से जुड़ी पल-पल की अपडेट्स साझा की जाती हैं। मर्द पार्टी की वेबसाइट पर जाएँ तो पार्टी की स्थापना के उद्देश्यों से लेकर उनके मेनिफेस्टो तक की जानकारी मिलती है। मर्द पार्टी का जोर महिला अधिकार से जुड़े कानूनों के पुरुषों के खिलाफ दुरुपयोग के बढ़ते मामलों को रोकना है। पार्टी का कहना है, ‘महिला सशक्तीकरण अच्छी बात है लेकिन जब कानून अपने संविधान के मूल सिद्धांत से हटकर लिंगभेद आधारित बनने लगें, तब इसका विरोध करना हर भारतीय का फर्ज हो जाता है।’
पुरुषों की वकालत
दल का कहना है, ‘जब पुरुषों का शोषण करना, बात-बात पर महज आरोप लगा देने भर से पुरुषों की कमाई और सम्पत्ति छीनने को महिला अधिकार बताया जाने लगा है तो इस पर हम लोगों को कड़ी आपत्ति है। ऐसे लिंगभेद को बराबर करने या खत्म करने के लिए खासतौर पर इस राजनैतिक दल का गठन किया गया है।’ पार्टी चिंता जताते हुए कहती है कि आज के समय में महिलाओं से दोगुनी से भी ज्यादा संख्या में पुरूष आत्महत्या कर रहे हैं और इन आत्महत्याओं में सबसे बड़ा कारण घरेलू कलह है। मर्द पार्टी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का भी जिक्र किया है, जिसके मुताबिक उन्होंने बताया है कि साल 2015 के आंकड़ों के अनुसार 42,088 महिलाओं के सापेक्ष कुल 91,528 पुरुषों ने आत्महत्या की।
मर्द पार्टी के लोगों का कहना है, ‘हम लोग एक योद्धा हैं जो समाज में व्याप्त पुरुष विरोधी मानसिकता के खिलाफ लड़ रहे हैं।’ यूपी की राजधानी लखनऊ के अलीगंज में पार्टी का दफ्तर है। मौजूदा लोकसभा चुनाव में इस पार्टी की स्थानीय स्तर पर काफी चर्चा है। मर्द पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल मोहन राजनाथ सिंह और रविदास मेहरोत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने साफतौर पर कहा है कि उनका उद्देश्य चुनाव जीतना नहीं है बल्कि महिला सशक्तीकरण के नाम पर पुरुषों के साथ हो रहे अत्याचार के लिए आवाज उठाना है।
पार्टी का घोषणा पत्र
मर्द पार्टी की वेबसाइट पर साल 2019, 2022 और 2024 के चुनावों का घोषणा पत्र दर्ज है। लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी के मेनिफेस्टो में पुरुष कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय पुरुष आयोग बनाने का वादा किया गया है। इसके अलावा पुरुष सुरक्षा बिल, पुरुष पक्ष की सुनवाई के लिए सरकारी स्तर पर मेन्स पॉवर लाइन बनाने का भी वादा किया गया है। पार्टी ने व्यभिचार और लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर बनी सरकारी नीतियों का विरोध करने की बात की है। साथ ही भारतीय संयुक्त परिवार की परंपरा को पुनर्जीवित करने की कोशिश करने का वादा भी किया है। पार्टी का कहना है कि सिर्फ बेटी पढ़ाओ नहीं, वह बेटी और बेटों दोनों को पढ़ाने का समर्थन करती है
इतना ही नहीं, पार्टी ने वादा किया है कि वह मेट्रो और बसों में पुरुषों के लिए भी सीट आरक्षित करेगी ताकि महिला सम्मान के नाम पर पुरुषों को जबरन सीट से न उठाया जाए। महिलाओं को पुश्तैनी संपत्ति में अधिकार को लेकर पार्टी का कहना है कि यह सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो शादी के समय स्वयं विदा न होकर पति को विदा कराकर अपने मायके में रहेंगी। इसके अलावा पार्टी लिव-इन रिलेशनशिप पर रोक लगाएगी