बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर पर निशाना साधा
शहजाद पूनावाला, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, ने मणिशंकर अय्यर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, के बयान के खिलाफ अपनी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि UPA की सरकार के दौरान देश में लगातार आतंकी हमले होते थे और भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों से मदद मांगता रहता था।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम थमने का नाम नहीं ले रहा है।पूनावाला ने व्यक्त किया, ‘अब कांग्रेस भारत में आतंकवादी भेजने वाले पाकिस्तान को सम्मान देने की बात कर रही है। कांग्रेस ने अपने साथ आतंकवादियों और पाकिस्तान के साथ जुड़कर अपनी पहचान बना ली है और अब एक और सबूत उजागर हो गया है।’उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पाकिस्तान को एक सबक सिखाया जिससे वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गिड़गिड़ा रहा है।
पूनावाला ने अय्यर पर किया करारा हमला
पूनावाला ने मणिशंकर अय्यर के बयान को लेकर गांधी परिवार और कांग्रेस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, ‘कांग्रेस परिवार के करीबी मणिशंकर अय्यर जो कि पीएम मोदी को हटाने के लिए एक बार पाकिस्तान से मदद मांगने भी गए थे, अब वह पाकिस्तान की ताकत और उसके परमाणु बम को दिखा रहे हैं। मणिशंकर अय्यर, भारत में आतंकवादी भेजने वाले पाकिस्तान को इज्जत देने की बात कर रहे हैं, जबकि इसी हमारी सेना के लिए कांग्रेस के नेताओं द्वारा अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। मणिशंकर अय्यर हमारी सेना के बंदूक लेकर घूमने, मोदी सरकार द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को सबक सिखाने जैसे कदमों की बजाय यह चाहते हैं कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए कदम न उठाए।’
मनमोहन सरकार के फैसले पर उठाए सवाल
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई में 26/11 के भयानक आतंकी हमले के बाद भी मनमोहन सिंह की सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के बजाय उसे मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दे दिया था। उन्होंने कहा, ‘उनकी सरकार के दौरान निरंतर आतंकी घटनाएं होती रहती थीं और भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सहायता की गुहार लगाता रहता था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम कार्य किया है , उसके बाद अब हालत यह हो गई है कि पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर गिड़गिड़ाना पड़ रहा है।’