क्या आम आदमी पार्टी टूटेगी? केजरीवाल का डिक्टेटरशिप
क्या अब केजरीवाल भी चलेंगे लालू यादव की राह पर?
नई दिल्ली नीरज कुमार श्रीवास्तव
स्टार प्रचारको की लिस्ट ने आम आदमी पार्टी में अंदर ही अंदर बवाल मचा दिया हैI सूत्रों के अनुसार आने वाले समय में आम आदमी पार्टी का विभाजन बहुत जल्दी होने वाला हैIइस विभाजन के पीछे आम आदमी पार्टी का केंद्रीय करण होना हैIजिसके पीछे पार्टी मुखिया का डिक्टेटर शिप वाला व्यवहार है,केजरीवाल का व्यवहार लालू राबड़ी के राज्य की यादें दिला रहा है, जैसे लालू यादव ने मुसीबत पर पली राबड़ी यादव को बिहार का मुख्य मंत्री बना दिया था उसी राह पर अरविन्द केजरीवाल भी चल पड़े है और स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सुनीता केजरीवाल का नाम दूसरे नंबर पर डाल कर पार्टी का कमान जेल में रह कर भी अपने हाथ से किसी भी दशा में नहीं जाने देना चाहते हैंI
इसी बात को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ट नेताओ के अन्दर विद्रोह की आग सुलग रही हैIपार्टी नेताओं में इस बात को लेकर भी आक्रोश है की जिस शराब नीति घोटाले मामले में मनीष सिसोदिया को जेल जाते ही अरविन्द केजरीवाल ने उपमुख्य मंत्री सिसोदिया से इस्तीफा ले लिया, लेकिन अपनी मामले में इस्तीफा न देकरजेल से ही न सिर्फ सरकार चला रहे बल्कि आने वाले समय के लिए वरिष्ठ नेताओ को दरकिनार कर पार्टी की चाबी पत्नी सुनीता केजरीवाल को आगे कर अपने हाथ में रखना चाहते हैंI स्टार प्रचारकों की लिस्ट में तीसरे,चौथे,पांचवे नंबर पर मनीष सिसोदिया सत्येंद्र जैन,संजय सिंह का नाम हैंI स्टार पचारको की लिस्ट में,पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान मनीष सिसोदिया , संजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं से ऊपर सुनीता केजरीवाल जो अरविन्द केजरीवाल के जेल जाने के बाद पार्टी में सक्रिय हुई , का नाम ऊपर होने से पार्टी नेताओं में जवरदस्त विद्रोह है तथा कभी भी पार्टी दो भागों में बट सकती हैIअरविन्द केजरीवाल का पार्टी पर नियंत्रण लोकसभा चुनाव के परिणाम पर निर्भर करता हैIयदि पार्टी चुनाव में अच्छा पर्दशन करती है तो यह विभाजन कुछ माह रूख जायेगा अन्यथा सुनीता केजरीवाल को वरिष्ठ नेताओ से आगे रखकर पार्टी पर अपना नियंत्रण बनाए रखने की भूख आम आदमी पार्टी की टुट का कारण बन सकती हैI
भगवंत मान पंजाब मुख्यमंत्री विघायको के संख्याबल में भी आगे हैं तथा पार्टी में उनकी अच्छी पकड़ है तथा संजय सिंह का केजरीवाल के जेल जाने के बाद जेल से निकल कर पार्टी पश्च मैं आक्रमक शैली एवं जुझारु रुख के कारण पार्टी में अच्छी पकड़ बन गई हैIभगवंत मान एवं संजय सिंह अलग होकर अलग पार्टी बना सकते है, ऐस अनुमान है कि जनता के वोट पर पकड़ ढीली होते ही अरविन्द केजरीवाल अकेले पर जायेंगे तथा पार्टी बिखर जायेगीIअरविन्द कैलरीवाल की अति लालसा तथा मनमानी परअल्प समय में शिखर पर गई पार्टी फर्श पर आ कर बिखर सकती हैI