कजरी तीज पर महिलाओं ने की पूजा
शाजापुर एमपी I संवाददाता किशोर नाथ राजगुरु
सलसलाई भादोमास में आने वाली कजरी तीज पर गुरुवार को क्षेत्र की महिलाओं ने व्रत रखा। उपवास खुलवाने के लिए बहनों के घर भाई पहुंचे और परंपरा को निभाते हुए बहन को पानी में डूबकी लगवाई, सिर पर रखे ज्वारों को विसर्जन कराया और विधि-विधान के साथ व्रत खुलवाया। यह परंपरा मालवा में सालों से चली रही हैं। मान्यता हैं कि बहनों का विवाह होने के बाद भी उनका कुछ ऋण भाइयों पर रहता है। जो वे कजरी तीज का उपवास खोलकर चुका सकते हैं। अपने भाई के ऊपर चढ़े इसी कर्ज को चुकाने के लिए क्षेत्र में बहनों ने कजरी तीज पर बुधवार को व्रत रखा। इसके बाद कजरी तीज माता को विशेष श्रृंगार कर नदी घाट पहुंची। कजरी माता (पार्वती माता के प्रतीक) की पूजा की। इधर, उपवास खुलवाने के लिए नदी घाट पर ही भाइयों ने अपनी बहन को पानी में डूबकी लगवाई। परंपरानुसार बहन के सिर पर रखे ज्वारों का विसर्जन किया। क्षेत्र में इस दिन को पर्व के रूप में मनाया गया। जगह-जगह नदी घाटों पर बहन-भाई पूजा करते देखे गए।11दिन पहले से बोए ज्वारे-बहनों नेकजरी तीज से 11 दिन पहले अपने घरों पर ज्वारे बोए थे। जिन्हें प्रतिदिन पानी पिलाया। इसके बाद तीज माता की पूजा कर ज्वारों का विसर्जन कर दिया।