कोलकाता बलात्कार-हत्याकांड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया: ‘सजा का डर पैदा करें’
कोलकाता में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इन “राक्षसी कृत्यों” को अंजाम देने वालों को कड़ी सजा देने का आह्वान किया। स्वतंत्रता दिवस पर प्रतिष्ठित लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने 11वें संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि राज्य सरकारों को महिलाओं के खिलाफ अपराधों को गंभीरता से लेने और इन अपराधियों में सजा का डर पैदा करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। एक समाज के तौर पर हमें महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा – देश में इसके खिलाफ आक्रोश है। मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं। देश, समाज और राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की तेजी से जांच होनी चाहिए, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिलनी चाहिए – समाज में विश्वास जगाने के लिए ये जरूरी है।”
इस जघन्य अपराध का सीधे तौर पर जिक्र किए बगैर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए ताकि अपराधियों को यह समझ में आ जाए कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए फांसी की सजा मिलती है।
उन्होंने कहा, “मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं, तो इस पर व्यापक चर्चा होती है। लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा मिलती है, तो यह खबरों में नहीं दिखता, बल्कि एक कोने में सिमट जाता है। समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा हो, ताकि ऐसा करने वाले लोग समझें कि इसके लिए उन्हें फांसी की सजा मिलती है। मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।”