महाकुंभ में हुई मौत पर डिप्टी सीएम कैशव प्रसाद मौर्य ने किया खुलासा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में साल 2025 में 14 जनवरी से 26 फरवरी तक भवय महाकुंभ का आयोजन किया गया। जिसमें देश के साथ साथ विदेशों से भी आकर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं श्रद्दालुओम की उमडती भीड़ का कारण भी यह है कि इस बार का महाकुंभ 44 साल बाद आया है। जिसको लेकर भी लोगों के मन में आस्था और भी तेज हो गई।
वहीं आपको बता दें कि 29 जनवरी, को मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में सरकार ने बताया था कि 37 मौतें हुईं हैं। जिसके बाद विपक्ष ने योगी सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि मौत कितनी हुई है इस बात का जवाब सरकार कब देगी। वही आज उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम कैशव प्रसाद मौर्य ने इस बात पर प्रतिक्रिया दी है। जिसके बाद उन्होने कहा कि है महाकुंभ मे 37 नहीं 82 मौतें हुईं हैं।
डिप्टी सीएम ने दी प्रतिक्रिया
आपको बतां दे कि महाकुंभ में भ्वय आयोजन के दौरान मौनी अमावस्या को हुई भगदड़ में सरकार की ओर से मौत की साफ तौर पर पुष्टि नही की गई है। जिसके बाद सरकार अब इस रिपोर्ट पर उत्तर प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है. वाराणसी में एक प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों ने उनसे रिपोर्ट में दावे पर सवाल पूछा। इसके साथ ही जवाब में उन्होंने कहा है कि आप लोग कुछ समाचार चला दें मैं उसका जवाब दूं ये नहीं है. घटना दुखद थी और हर पीड़ित परिवार की सहायता हुई है। और लोगो को मुआवजा भी दिया गया।
दरअसल महाकुंभ में हुई भगदड़ पर सीएम योगी ने दुख जताया था और बाद में भी उन लोगों को याद किया था। जिसके बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि महाकुंभ बहुत ही दिव्य और भव्य रहा. 66 करोड़ लोग आए और पुण्य के भागी बने. एक दुःखद घटना घटी, जिसका हम सभी को खेद है.जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुःख जताया. हमारी कोशिश रहती है कि कोई श्रद्धालु आए तो वह सकुशल जाए. उन परिवारों के प्रति हमारी सदा संवेदना है।
अखिलेश ने योगी सरकार पर कसा तंज
महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार पर निशाना साधा। वहीं इस भगदड़ के बाद सपा अध्यक्ष की ओर से 8 सवाल पूछे थे। जिसमे उन्होंने कहा था कि ये रिपोर्ट अंत नहीं, महाकुंभ में हुई मृत्युओं और उनसे जुड़े पैसों के महासत्य की खोज का आरंभ है। सत्य जब उजागर होता है, तो झूठ की परत-दर-परत खुलती है, जो स्वांग के हर चोगे और मुखौटे को उतारती जाती है, परदे उठाती जाती है. झूठ का कोई भी सूचना-प्रबंधन ऐसे सत्य को बाहर आने से नहीं रोक सकता।