बिहार बना जाली नोटों का गढ़: NIA के खुलासे में बड़ा नाम आया सामने

पटना: जाली नोटों के कारोबार को लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की हालिया जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अब तक माना जा रहा था कि जाली नोटों का मास्टरमाइंड नेपाल में बैठा है, लेकिन जांच में बिहार के एक जिले का नाम सामने आया है, जहां से इस अवैध कारोबार को संचालित किया जा रहा था।
कैसे चल रहा था जाली नोटों का खेल?
NIA की रिपोर्ट के अनुसार, इस रैकेट का नेटवर्क नेपाल, बांग्लादेश और भारत के कई राज्यों तक फैला हुआ है। तस्कर नकली नोटों को सीमावर्ती इलाकों से भारत में लाकर बड़ी चालाकी से मार्केट में चला रहे थे। बिहार का यह जिला, जो पहले भी तस्करी के मामलों में चर्चा में रहा है, अब जाली नोटों के बड़े केंद्र के रूप में उभर रहा है।
बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद
NIA और लोकल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में लाखों रुपये के जाली नोट जब्त किए गए हैं। साथ ही इस गोरखधंधे से जुड़े कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। एजेंसियों का कहना है कि इस नेटवर्क का सरगना बिहार के इस जिले में रहकर पूरे देश में जाली नोटों की सप्लाई कर रहा था।
NIA की सख्ती और आगे की कार्रवाई
NIA अब इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। बिहार के इस जिले में कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस गोरखधंधे पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।