चुनाव से पहले पुल नहीं तो वोट नहीं : सोहजाना-ढेंकडीह घाट पुल की मांग, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड के सोहजाना और जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली ढेंकडीह घाट के उलाई नदी पर पुल नहीं रहने कारण बरसात के दिनों मे लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी का पार करते है।
जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड के सोहजाना और जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली ढेंकडीह घाट के उलाई नदी पर पुल नहीं रहने कारण बरसात के दिनों मे लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी का पार करते है। पुल के अभाव में इन दिनों लोगों को मजबूरन बहता हुआ पानी में अर्धनग्न होकर गुजरना पड़ रहा है। पुल की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोहजाना-ढेंकडीह घाट पर विरोध जताया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों में से प्रकाश रंजन उर्फ पिंटू झा, विजय यादव, लखन झा, लक्ष्मीकांत झा ने बताया कि, कुछ वर्ष पूर्व मुख्यालय से आवागमन करने के लिए इस नदी पर पुल निर्माण की सुगबुगाहट शुरू हुई थी, लेकिन शिथिल कार्यशैली और जनप्रतिनिधियों के उदासीनता के कारण आज तक यह पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका, जिस कारण ग्रामीणों को पुल के अभाव में प्रखंड मुख्यालय आने जाने में भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि बीमार व प्रसूता महिलाओं को आवश्यक परिस्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाने में घातक समस्या खड़ी हो जाती है। लोगों को मजबूरन अन्य सड़कों से तीन किलोमीटर की जगह करीब आठ किलोमीटर की अधिक दूरी तय करना पड़ता है, वहीं,निकटम बाजार गिद्धौर होने से बरसात के दिनों में बाजार से भी संपर्क टूट जाता है। ग्रामीणों ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि बीते 2 दशक से कई जनप्रतिनिधि, दो- दो विधायक, सांसद को इस पुल निर्माण के लिए ध्यानकृष्ट कराया गया,लेकिन ढेंकडीह के इस नदी पर पुल का निर्माण संभव नहीं हो सका है। ग्रामीणों ने चुनाव से पूर्व निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया तो वे लोग मतदान का बहिष्कार करने की भी बात कही।