घर से भागी थी 16 साल की रिया, कुछ दिन बाद मिली लाश… लेकिन जब सामने आई सच्चाई, तो पुलिस भी रह गई दंग

बिहार:
बिहार के नवादा जिले में 16 वर्षीय नाबालिग रिया की हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। नवादा एसपी अभिनव धीमान के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने इस जघन्य हत्याकांड में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रिया 15 मई को अपने घर से लापता हुई थी, और उसका शव 21 मई को बेंगलुरु के चंदपुरा रेलवे स्टेशन के पास एक ट्रॉली बैग में मिला था। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो मामला एक प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ निकला।
मुख्य आरोपी रिया का प्रेमी आशिक कुमार निकला, जो पहले से शादीशुदा और दो बच्चों का पिता है। पुलिस जांच में यह सामने आया कि आशिक ने 20 मई को उस समय रिया की हत्या कर दी जब रिया के फूफा और फुआ घर पर नहीं थे। पूछताछ में आशिक ने बताया कि उसने रिया को पटक कर उसकी छाती पर बैठ गया और गला दबाकर उसकी जान ले ली। गला दबाने से रिया की गर्दन की हड्डी टूट गई थी। इसके बाद आशिक ने अपने दोस्तों को बुलाया और उन्हें आत्महत्या की कहानी गढ़ने को धमकाया।
हत्या के बाद आशिक ने शव को छिपाने की योजना बनाई। उसने नीले रंग के ट्रॉली बैग में शव को रखा और अपने साथियों की मदद से ओला कैब बुक कर शव को चांदपुरा रेलवे स्टेशन के पास फेंक दिया। कार ड्राइवर को जब शक हुआ तो उसने सवाल किए, लेकिन पैसे लेकर लौट गया। इस दौरान खिड़की का शीशा अंदर से तोड़ने की चाल भी पुलिस की नजर में आ गई, जिसने मामले का रुख बदल दिया।
डीएसपी हुलास कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने राहुल नगर गांव में छापेमारी कर आशिक कुमार, उसके फूफा मुकेश कुमार, फुआ इंदु देवी, राजाराम रविदास, राजू कुमार, कालू रविदास और मोहन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों को सूर्यनगर थाना प्रभारी संजीव महाजन को सुपुर्द कर दिया गया है। यह मामला एक बार फिर बताता है कि प्रेम में धोखे और अपराध का अंत कितना खतरनाक हो सकता है।