बिहार के युवा की अनोखी खोज: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पशुपालन में आएगी क्रांति

बिहार की मिट्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। राज्य के एक होनहार युवा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से ऐसा इनोवेशन किया है, जिसने नासा जैसे वैश्विक संस्थान को भी चौंका दिया है। यह तकनीक विशेष रूप से पशुपालकों के लिए बनाई गई है, जिससे वे बिना अतिरिक्त मेहनत के बड़ी संख्या में मवेशियों की देखभाल कर सकेंगे।
इस तकनीक की सबसे खास बात यह है कि यह गायों की सेहत, दूध उत्पादन और व्यवहार को रियल टाइम में मॉनिटर करती है। किसान अपने मोबाइल पर ही जानवर की बीमारी, खानपान और प्रजनन संबंधी सभी जरूरी जानकारी पा सकते हैं। इससे वे समय रहते उचित निर्णय ले पाएंगे और नुकसान से बच सकेंगे।
अब तक पारंपरिक तरीके से एक किसान मुश्किल से 10-15 गायों की देखभाल कर पाता था, लेकिन इस तकनीक से वह एक साथ 400-500 गायों का प्रबंधन भी कर सकता है। इसका उपयोग भारत जैसे कृषि प्रधान देश में पशुपालन को एक नए स्तर पर ले जाएगा।
सरकार और निजी संस्थान भी इस नवाचार को समर्थन देने के लिए आगे आ रहे हैं, ताकि इसे जमीनी स्तर पर लागू किया जा सके। बिहार के इस बेटे ने न सिर्फ अपने राज्य, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है।