इतिहास में पहली बार स्वर्ण मंदिर में ब्लैकआउट, सुरक्षा कारणों से लिया गया फैसला

भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। इतिहास में पहली बार अमृतसर स्थित हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) में ब्लैकआउट किया गया। गुरुवार की रात सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश पर यह कदम उठाया गया। गोल्डन टेंपल हमेशा प्रकाशमान रहता है और यहां हर समय श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन बीती रात अचानक टेंपल की सारी लाइटें बंद कर दी गईं और पूरे परिसर में अंधेरा छा गया। यह दृश्य सभी के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ जब सुरक्षा कारणों से टेंपल को अंधेरे में रखा गया।
पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमले की आशंका को देखते हुए यह फैसला लिया गया। अमृतसर पाकिस्तान बॉर्डर से काफी नजदीक है और हाल के दिनों में वहां लगातार अलर्ट की स्थिति बनी हुई है। ब्लैकआउट के दौरान श्रद्धालुओं को कुछ समय के लिए दर्शन से रोका गया। कुछ लोग डरे हुए थे तो कुछ ने इसे समझदारी भरा कदम बताया। बाद में प्रबंधन ने श्रद्धालुओं को समझाया कि यह एक एहतियातन सुरक्षा कदम है।
पंजाब पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे अमृतसर ज़िले में कड़ी निगरानी रखी। ड्रोन रोधी सिस्टम और एयर डिफेंस अलर्ट पर रखा गया है। सीमावर्ती गांवों में भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। स्वर्ण मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है बल्कि भारत की विरासत और आस्था का प्रतीक है। वहां ब्लैकआउट होना बताता है कि स्थिति कितनी गंभीर है। यह पहली बार हुआ है जब सुरक्षा के लिहाज़ से इतना बड़ा कदम उठाया गया।