नारी शक्ति का सम्मान ही सच्ची दुर्गा पूजा है उपाध्यक्ष वर्षा सिंह

*गोण्डा*
श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोंडा के राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वितीय इकाईका का सप्त दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह संपन्न हुआ।कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि वर्षा सिंह उपाध्याक्ष प्रबंध समिति, उमेश शाह सचिव प्रबंध समिति श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोंडा एवं कार्यकर्माधिकारी डॉक्टर चमन कौर द्वारा द्वीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के सम्मुख पुष्पअर्चन कर किया गया। सरस्वती वंदना के पश्चातत स्वयं सेविकाओं ने स्वागत गीत गाकर आए अतिथियों का स्वागत किया।
स्वयं सेविकाओं द्वारा आए अतिथियों का तिलकोत्सव एवं बैच लगाया गया ,तत्पश्चात स्वयं सेविका राधा शुक्ला एवं कंचन भारती द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को बुके देकर सम्मानित किया। स्वयंसेविकाओं के बीच पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कंचन भारती प्रथम स्थान, प्रज्ञा कशोधन द्वितीय स्थान, एवं साक्षी शुक्ला तृतीय स्थान पर रही। अनुष्का बिसेन और हर्षिता द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना लक्ष्य गीत प्रस्तुत किया गया । रुचि दुबे ,प्रतीक्षा पांडे, कमल शुक्ला द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना चेतना गीत प्रस्तुत किया गया। शिवानी शुक्ला, ज्योति शुक्ला कंचन भारती ,और महिमा सिंह द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना सद्भावना गीत प्रस्तुत किया गया ।गुड़िया देवी अंजली शर्मा ने एक कविता सुनाई कौन हूं मैं । रुचि दुबे द्वारा गुरु गीत प्रस्तुत किया गया ।अंशिका दने एन एस एस पर भाषण प्रस्तुत किया। हर्षिता पांडे द्वारा जय जगत जय जगत पुकारे जा उत्साह गीत प्रस्तुत किया। उन्नति विश्नोई द्वारा नारी शक्ति पर एक भाषण प्रस्तुत किया। इसी के साथ स्वयं सेविकाओं में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और दहेज प्रथा को लेकर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया ।स्वयं सेविकाओं द्वारा राष्ट्रीय युवा गीत और एक बेटी के भाव आदि महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मुख्य अतिथि उपाध्यक्षया वर्षा सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा राष्ट्रीय सेवा योजना बच्चों में राष्ट्र के प्रति समर्पण सिखाती है ,जिससे आगे चलकर वह देश और समाज की प्रगति में विशेष योगदान करते हैं। इस तरह लगाए जाने वाले शिविर में स्वयंसेवकों में देश सेवा,समाज सेवा समाज सुधार एवं देश भक्ति की भावना पैदा होती है ।छात्रों को स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस जीवन का अभी हिस्सा बताया उन्होंने अनुशासन और नैतिक मूल्यों की महत्व पर भी जोर दिया और कहा हमें राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्र के प्रति समर्पण सिखाती है। और उन्होंने कहा नारी शक्ति का सम्मान ही सच्ची दुर्गा पूजा है ।इस प्रकार के शिविर स्वयंसेविकाओं को अनुशासित जीवन जीना आपस में तालमेल बिठाकर सामंजस्यपूर्ण जीवन बिताना और नेतृत्व क्षमता में विकास करने में सहायता करते हैं इसलिए सभी का प्रकृति के साथ जुड़कर रहने और साथ ही साथ युवाओं में कौशल विकास और डिजिटल भारत जैसे मिशन से अधिक से अधिक जुड़कर रहने के लिए अभिप्रेरित किया जाता है। विशिष्ट अतिथि श्री उमेश शाह ने अपने उद्बोधन में कहा उन्होंने हम दहेज की जगह अपनी बेटियों की पढ़ाई पर खर्च करें तो आज वह दिन दूर नहीं जब भारत एक विकसित भारत बन जाएगा। जिस तरह हम अपनी बहन बेटियों की इज्जत करते हैं उनकी परवाह करते हैं वैसे ही हमें दूसरों की बहन बेटियों की इज्जत और परवाह करनी चाहिए साथ ही साथ उन्होंने स्वयं सेविकाओं को कहा कि जो भी हम कार्यक्रम करते हैं कविताएं करते हैं नुक्कड़ नाटक करते हैं उसकी हमें अपने जीवन में भी उतरना चाहिए तभी इस तरह के कार्यक्रम सार्थक होते हैं ।अतिथियों ने स्वयंसेविकाओ द्वारा बनाए गए समान कबाड़ से जुगाड़ की प्रशंसा करते हुए उन्हें अभी प्रेरित किया। विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं समितियां में कार्य कर रही सभी स्वयंसेविकाओं को मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा मोमेंटो देखकर पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम का संचालन स्वयसेविका दिव्यांशी त्रिपाठी द्वारा किया गया ।कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर चमन कौर ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।