भारत-अमेरिका रक्षा समझौते पर चर्चा तेज, रणनीतिक साझेदारी को मिलेगी मजबूती

भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए उच्च स्तरीय बातचीत चल रही है। दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई बैठक में उन्नत ड्रोन, फाइटर जेट तकनीक और साइबर सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। भारत ने अमेरिका से आधुनिक हथियार और निगरानी प्रणाली खरीदने की इच्छा जताई है, जबकि अमेरिका ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की भूमिका की सराहना की है।
रणनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते से भारत की रक्षा क्षमता और मजबूत होगी और चीन की बढ़ती आक्रामकता पर भी नियंत्रण रखा जा सकेगा। खासतौर पर दक्षिण चीन सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की समुद्री ताकत को बढ़ाने की दिशा में यह समझौता अहम साबित होगा। हालांकि, इस सहयोग से पाकिस्तान और चीन की चिंताएं बढ़ सकती हैं। भारत ने साफ किया है कि यह समझौता किसी देश के खिलाफ नहीं, बल्कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए है। अगले महीने इस पर अंतिम हस्ताक्षर होने की संभावना है।