राष्ट्रीय
भारत विदेशी तांबे की खनन कंपनियों को आमंत्रित कर रहा है, Codelco और BHP को लक्ष्य में रखा गया

सरकारी दस्तावेजों के अनुसार भारत अब चिली की Codelco, ऑस्ट्रेलिया की BHP जैसी कंपनियों को घरेलू तांबे की खदानों में निवेश करने और उत्पादन बढ़ाने के लिए आमंत्रित करने की योजना बना रहा है । देश में तांबे की खपत 2025 में करीब 1.2 मिलियन टन रही है, और 2047 तक यह बढ़कर लगभग 9.8 मिलियन टन तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स, ऊर्जा एवं ऑटोमोबाइल सेक्टर में वृद्धि को बल मिलेगा । इसके तहत निवेशकों को पूंजी सब्सिडी, आयात-निर्यात रियायतें और प्रक्रियागत आसानियाँ दी जाएंगी। इससे प्रति यूनिट उत्पादन लागत में गिरावट और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती आने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम भारत को तांबे में आत्मनिर्भर बनाएगा, साथ ही रोजगार, अनुसंधान व देवेलपमेंट और ग्रामीण बाजार पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ेगा।