सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2027 के चुनाव के लिए कसी कमर

हाल ही में उत्तर प्रदेश में होने वाले 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर परियों के बीच 86 पर और तेज हो गया राजनीतिक पार्टियों आपस में गर्म आ गई है वही आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी अभी भी जारी है। इसी कड़ी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने 227 के चावन को पूर्ण रूप से बहुमत प्राप्त करने के लिए जिले में एक आवास बनाए हैं जहां रहकर वह सभी कार्य करेंगे।
72 बसवा में बनकर हुआ तैयार
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आजमगढ़ में आवास जिले के अनवरगंज में बनकर तैयार होया है। जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर की दूरी पर 72 बिस्वा में बने इस नए आशियाने में रहने के साथ ऑफिस भी बनाया गया। आजमगढ़ के इसी नए आशियाने से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पूर्वांचल को साधने का काम करेंगे। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इस आशियाने के निर्माण की मॉनिटरिंग आजमगढ़ से लोकसभा सांसद धर्मेन्द्र यादव के साथ पार्टी के पदाधिकारी कर रहे हैं।
सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने भी बड़े भाई अखिलेश यादव के आगमन को लेकर आजमगढ़ में डेरा डाल दिया है। तीन जुलाई को जिले के दौरे पर आ रहे अखिलेश यादव इस नए ठिकाने का शुभारंभ कर कार्यकर्ताओं को भी सम्बोधित करेंगे. अखिलेश यादव के आगमन को लेकर तैयारियों जोरों पर चल रही हैं। आजमगढ़ लोकसभा सीट पर 2014 में मुलायम सिंह यादव चुनाव जीते थे, जिसके बाद 2019 में अखिलेश यादव चुनाव जीते. साल 2024 में सपा सुप्रीमो के चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव आजमगढ़ से सांसद हैं, ऐसे में सपा आजमगढ़ को अपनी परंपरागत सीट मानती है।
इटावा दिल और आजमगढ़ धड़कन
आजमगढ़ सीट से मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव सांसद रहे हों या वर्तमान सांसद धर्मेन्द्र यादव यह सभी लोग आजमगढ़ से इमोशनल रिश्ता जोड़ते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी जनसभाओं में भी इस बात को कहा करते थे कि नेताजी कहा करते थे कि इटावा दिल है तो आजमगढ़ धड़कन जिले की जनता ने जिस तरह से सपा को एक तरफा विजय दिलाई है उससे कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी भी अंदर से काफी गदगद है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में जब एक तरफ पूरे प्रदेश में भाजपा की बयार थी. तो उस समय भी आजमगढ़ की सभी 10 विधानसभा सीटें सपा की झोली में देने का काम जिले की जनता ने किया।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ जिले की आजमगढ़ और लालगंज लोकसभा सीटों पर सपा प्रत्याशी को ही विजय मिली।
ऐसे में सपा अपने इस गढ़ की मजबूती से पहरेदारी कर अपना किले को मजबूत करना चाहती है।आजमगढ़ से सपा पूर्वांचल की सीटों को साधने की कोशिश करेगी. राजधानी लखनऊ से मध्यांचल की मॉनिटरिंग करने वाले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सैफई से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।ऐसे में पूर्वांचल अछूता रह जा रहा था. उसी कमी को पूरा करने के लिए सपा ने अपने पुराने गढ़ आजमगढ़ को चुना जिससे आजमगढ़ से पूरे पूर्वांचल की सीटों की मजबूत पहरेदारी की जा सके।