ऑपरेशन सिंदूर” के बाद डिप्लोमैटिक मिशन का हिस्सा रहे शशि थरूर ने साझा किए अनुभव, पीएम मोदी की भी की तारीफ

नई दिल्ली – कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चलाए गए डिप्लोमैटिक मिशन में शामिल होने के अपने अनुभव साझा किए हैं। वह उन चुनिंदा नेताओं में से एक थे जिन्हें सरकार द्वारा भारत के पक्ष को वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत करने के लिए भेजा गया था।
“ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत को कई विदेशी सरकारों को यह समझाने की जरूरत थी कि उसका कदम न्यायोचित, संवैधानिक और मानवीय मूल्यों पर आधारित था। इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने विपक्ष और सत्ता पक्ष के सांसदों को मिलाकर एक डेलिगेशन का गठन किया, जिसमें शशि थरूर जैसे अनुभवी कूटनीतिक नेताओं को शामिल किया गया।
शशि थरूर ने हाल ही में एक अखबार में लेख लिखकर इस मिशन से जुड़े अपने अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने बताया कि किस तरह विभिन्न देशों में भारत के रुख को स्पष्ट रूप से रखा गया और कई जगहों पर भारत के तर्कों को सकारात्मक प्रतिक्रिया भी मिली।
इस लेख में थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति दृष्टि की तारीफ करते हुए कहा कि भारत के वैश्विक संवाद में निरंतरता और स्पष्टता दिखती है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सरकार ने इस मुद्दे पर विपक्ष को साथ लेकर चलने का प्रयास किया, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है।
शशि थरूर ने यह भी लिखा कि भले ही वह विपक्ष के नेता हैं और सरकार से उनके विचार मतभेद हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रहित की आती है, तो उन्हें इसमें भागीदारी करने में गर्व महसूस होता है। उनका यह रुख काफी सराहा जा रहा है।