शुभमन गिल का दोहरा शतक, पंत का शतक, फिर बूम-बूम… आज देखने को मिल सकते हैं 5 खास रिकॉर्ड

भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन जब मैदान पर उतरेगी तो फैंस को कुछ खास पलों का इंतजार रहेगा. इनमें शुभमन गिल का दोहरा शतक, ऋषभ पंत का शतक और भारत के 550 रन शामिल हैं. इसके अलावा जसप्रीत बुमराह की बूम-बूम गेंदबाजी देखने को मिल सकती है. ये सारी उम्मीदें मैच के पहले दिन के खेल के बाद जागी हैं. पहले दिन भारतीय बैटर्स ने अंग्रेजों को बाजा बजा दिया. टीम इंडिया ने शुक्रवार को महज 3 विकेट पर 359 रन ठोक दिए. यह पिछले 93 साल में इंग्लैंड दौरे पर पहले दिन के खेल में भारत का सबसे बड़ा स्कोर है. पहले दिन यशस्वी जायसवाल (101) ने शतक लगाया. केएल राहुल 42 रन बनाकर आउट हुए.
1. शुभमन गिल 127 रन बनाकर नाबाद
भारतीय फैंस को हेडिंग्ले टेस्ट के दूसरे दिन जिन खास बातों का सबसे ज्यादा इंतजार रहेगा, उनमें शुभमन गिल का दोहरा शतक है. भारतीय कप्तान पहले दिन 127 रन बनाकर नाबाद लौटे. उन्होंने ये रन महज 175 गेंद में 16 चौकों और एक छक्के की मदद से बनाए. उनका स्ट्राइक रेट 72.57 रहा. गिल की दबंगई देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे बतौर कप्तान अपने पहले ही मैच में दोहरा शतक जमा सकते हैं.
2. ऋषभ पंत का शतक…
विकेटकीपर बैटर ऋषभ पंत मैच के पहले दिन अलग ही रंग में आए. पंत ने अपनी छवि के विपरीत धीमी शुरुआत की. वे शुरुआत में गेंदों को खूब सम्मान देते रहे. सिंगल डबल खेलते रहे. फिर जब आंखें जम गईं तो अंग्रेजों की ठुकाई भी खूब की. जब दिन का खेल खत्म हुआ तब उनका स्कोर 65 रन था. पंत का स्ट्राइक रेट (63.72) शुभमन गिल से भी कम रहा. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंत इस पारी में उटपटांग शॉट खेलकर विकेट गंवाने वाले नहीं हैं. और अगर ऋषभ पंत खराब शॉट नहीं खेलते तो उनसे शतक की उम्मीद की जा सकती है.
3. करुण नायर की दमदार पारी
हेडिंग्ले की पिच ऐसी है कि अगर जमकर बैटिंग की जाए तो खूब रन बन सकते हैं. भारतीय टीम में 8 साल बाद वापसी कर रहे करुण नायर से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मौके का फायदा उठाएंगे. करुण नायर इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ चुके हैं. अंग्रेजों को देखते ही उनका बल्ला जोर से बोलता है. ऐसे में करुण नायर के फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि यह बैटर मौके का फायदा उठाएगा और भारत को बड़ा स्कोर बनाने में मदद करेगा.
4. जडेजा का ऑलराउंड खेल
रवींद्र जडेजा भारतीय टीम में एकमात्र ऑलराउंडर हैं. उन्हें नीतीश रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर पर तरजीह दी गई है. अब जडेजा की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे टीम मैनेजमेंट की उम्मीद पर खरे उतरें और ऑलराउंड खेल दिखाएं. जडेजा इसमें माहिर भी हैं. पिछले 4-5 साल में विदेशों में उनका प्रदर्शन किसी बैटर से कम नहीं रहा है. वे इस मैदान पर बड़ी पारी खेल सकते हैं. चौथी पारी में वे टीम इंडिया के लिए निर्णायक गेंदबाज भी साबित हो सकते हैं.
5. बुमराह का बूम-बूम….
तकरीबन छह महीने बाद भारत के लिए अपना पहला मैच खेल रहे जसप्रीत बुमराह भी अपनी वापसी को यादगार बनाना चाहेंगे. हेडिंग्ले की पिच पर अगर बैटिंग करना मुश्किल नहीं है तो इस पर उछाल भी है. गेंद हल्की स्विंग भी कर रही है. खेल के दौरान बादलों की आंखमिचौली चलती रहेगी. यह सब जसप्रीत बुमराह के लिए आदर्श स्थितियां है. ऐसे में अगर बुमराह अपनी बूम बूम गेंदबाजी से पंजा खोलें तो हैरान मत होइएगा.