भारत का अंतरिक्ष में ऐतिहासिक कदम: शुभांशु शुक्ला पहुंचे

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन, गगनयान मिशन को मिलेगा अहम अनुभव
नई दिल्ली, 10 जून 2025:
भारत ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर भेजा गया है। इस मिशन के लिए भारत सरकार और इसरो ने कई सौ करोड़ रुपये खर्च किए हैं। यह कदम न केवल देश के वैज्ञानिक विकास की दिशा में बड़ा प्रयास है, बल्कि आगामी गगनयान मिशन के लिए भी एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित होगा।
शुभांशु शुक्ला को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और इसरो के संयुक्त मिशन के तहत स्पेसएक्स के रॉकेट से लॉन्च किया गया। वह आने वाले कुछ सप्ताह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर विज्ञान, जैव चिकित्सा और माइक्रोग्रैविटी से संबंधित प्रयोगों में भाग लेंगे। मिशन का उद्देश्य मानव अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव को समझना और गगनयान की तैयारी के लिए व्यावहारिक ज्ञान हासिल करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, “यह केवल शुभांशु शुक्ला की नहीं, पूरे भारत की जीत है। यह हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है।”
इसरो के प्रमुख ने बताया कि यह मिशन भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं के विस्तार की दिशा में एक मजबूत कदम है। गगनयान, जो कि भारत का पहला स्वदेशी मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, 2026 में लॉन्च किया जाना है। शुभांशु का अनुभव इस मिशन की सफलता में अहम भूमिका निभाएगा।
इस मिशन के लिए भारत सरकार ने अत्याधुनिक तकनीक, प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर भारी निवेश किया है। इस तरह भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है।