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फीफा ने पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन को किया निलंबित, जानिए कारण

दिल्ली:

अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (FIFA) ने शुक्रवार को पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन (PFF) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह निलंबन इसलिए लगाया गया क्योंकि PFF अपने संविधान में आवश्यक संशोधन नहीं कर सका, जिसे फीफा ने देश में फुटबॉल प्रशासन को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए जरूरी बताया था।

संविधान में बदलाव न करने पर निलंबन

फीफा ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि PFF को तब तक निलंबित रखा जाएगा जब तक कि उसकी कांग्रेस फीफा और एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन (AFC) द्वारा सुझाए गए संविधान संशोधन को मंजूरी नहीं देती।

“पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाता है क्योंकि वह अपने संविधान में आवश्यक संशोधन नहीं कर सका, जिससे निष्पक्ष और लोकतांत्रिक चुनाव कराए जा सकें। यह फीफा द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने में असफल रहा है,” फीफा ने अपने बयान में कहा।

2019 से नॉर्मलाइजेशन कमेटी के हाथों में प्रशासन

पाकिस्तान में फुटबॉल प्रशासन 2019 से ही फीफा द्वारा नियुक्त नॉर्मलाइजेशन कमेटी (NC) के नियंत्रण में है। इस कमेटी को चुनाव कराने और देश के फुटबॉल प्रशासन में फैले गुटबाजी और अनियमितताओं को दूर करने की जिम्मेदारी दी गई थी। हालांकि, वर्षों बाद भी कमेटी अपने लक्ष्य को पूरा करने में विफल रही है।

पिछले पांच वर्षों में नॉर्मलाइजेशन कमेटी के चेयरमैन और सदस्यों में कई बदलाव हुए हैं, लेकिन पाकिस्तान में फुटबॉल की मूल समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।

सरकारी हस्तक्षेप और विवाद बने बाधा

पाकिस्तान के फुटबॉल प्रशासन में सुधार लाने के लिए बनाए गए इस नॉर्मलाइजेशन कमेटी की राह में सबसे बड़ी बाधा सरकारी हस्तक्षेप बना हुआ है। राज्य संचालित पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (PSB) और PFF के बीच लगातार टकराव ने संविधान में संशोधन की प्रक्रिया को और जटिल बना दिया है।

इसी सप्ताह, नॉर्मलाइजेशन कमेटी के चेयरमैन हारून मलिक ने पाकिस्तान की संसदीय समिति को चेतावनी दी थी कि अगर 15 फरवरी तक संविधान में आवश्यक संशोधन नहीं किए गए, तो पाकिस्तान फुटबॉल पर प्रतिबंध लग सकता है।

मलिक ने यह भी स्पष्ट किया कि संशोधन का मतलब यह नहीं है कि वह भविष्य में होने वाले चुनावों में किसी पद के लिए उम्मीदवार बनेंगे। लेकिन PFF कांग्रेस के सदस्य इन बदलावों को स्वीकार करने को तैयार नहीं थे, जिससे यह गतिरोध बना रहा और अंततः पाकिस्तान पर निलंबन का संकट आ गया।

तीसरी बार निलंबन का सामना कर रहा है पाकिस्तान

गौरतलब है कि यह तीसरी बार है जब पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन को फीफा द्वारा निलंबित किया गया है। इससे पहले 2017 और 2021 में भी PFF को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान फुटबॉल प्रशासन इस संकट से कैसे बाहर निकलता है और क्या PFF अपनी कार्यशैली में सुधार कर फीफा के निर्देशों का पालन करता है या नहीं।

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