आरजी कर बलात्कार मामला: सीबीआई जांच से जूनियर डॉक्टर नाखुश, नए विरोध प्रदर्शन की घोषणा !

कोलकाता के सरकारी आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अपनी सहकर्मी के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को घटना की सीबीआई जांच की गति पर नाखुशी जताई और नए सिरे से आंदोलन की घोषणा की।
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर केंद्रीय जांच एजेंसी के आरोपपत्र से भी असंतुष्ट थे, जिसमें मामले में केवल एक व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है।
फोरम के प्रवक्ता देबाशीष हलदर ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों को मीडिया रिपोर्टों के आधार पर लगता है कि अपराध के “अन्य अपराधियों” की भूमिका सीबीआई के आरोपपत्र में पूरी तरह से स्पष्ट नहीं की गई है।
हलदर ने पूछा, “क्या पूर्व (आरजी कर अस्पताल) प्रिंसिपल संदीप घोष सहित अन्य गिरफ्तार व्यक्तियों की भूमिका की पूरी तरह जांच की गई है?”
उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों द्वारा नये सिरे से आंदोलन की भी घोषणा की।
हलदर ने कहा, “हम नागरिक समाज संगठनों के सदस्यों के साथ 9 नवंबर को कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर से एस्प्लेनेड तक एक रैली निकालेंगे। पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भी इसी तरह की रैलियां होंगी।”
9 नवंबर को एस्प्लेनेड इलाके में रानी रश्मोनी एवेन्यू पर एक जन सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें मारे गए चिकित्सक के लिए न्याय की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम 4 नवंबर को बंगाल के हर इलाके में दीये जलाने का आह्वान भी कर रहे हैं।”
डॉक्टर की हत्या 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में की गई थी। पुलिस ने इस अपराध के लिए संजय रॉय नामक एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया था।
जांच का जिम्मा संभालने वाली सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और अब निलंबित ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया।